कांग्रेस की बहुप्रतीक्षित दूसरी सूची आने के बाद कांग्रेस में अब विरोध के सुर उठना शुरू हो गए है। गुरूवार शुक्रवार दरम्यानी रात लगभग 1:30 बजे सिवनी मालवा के पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी के निवास पर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्त्ता पहुँच गए तथा उनके द्वारा जमकर नारेबाजी की गई। कार्यकर्ताओं का आरोप है की कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के द्वारा बहुत ही गलत फैसला लिया गया है हम इसका विरोध करते है। यदि टिकट नहीं बदली गई तो इसका परिणाम कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा। वही पूर्व विधायक के निवास पर ही कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सुशील खत्री ने कहा की जिसने कांग्रेस को सिवनी मालवा विधासनभा में जीवित रखा उसकी टिकट काटा जाना बहुत ही गलत निर्णय है। इससे कांग्रेस कार्यकर्त्ता आहत है और मै अपने जिला उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूँ।
वही ओमप्रकाश रघुवंशी के समर्थकों का कहना है की यदि कांग्रेस पार्टी ने टिकट नहीं बदला तो भी हम ओमप्रकाश रघुवंशी को सिवनी मालवा विधानसभा से चुनाव लड़ायेंगे। वही पूर्व विधायक ओमप्रकाश रघुवंशी ने कहा की अभी तक जो जानकरियां आई थी उसके हिसाब से तो मुझे भी यही पता चल रहा था की सभी सर्वे में मेरा नाम सबसे पहले था। अभी तक जो आयोजन भी हुए है उनमे भी मेरी पूरी सहभागिता रही है। पर्यवेक्षक सहित सभी के द्वारा मेरा नाम दिया गया था। परन्तु इसके बाद भी यदि सिवनी मालवा विधानसभा से मुझे टिकट नहीं दी गई है तो ये समझ के परे है। हम शीर्ष नेतृत्व से बात करेंगे उसके बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
पार्टी में गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है-कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ
आपको बता दें की मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जीतने का दावा कर रही कांग्रेस की आंतरिक स्थिति अब ढकी छिपी नहीं रही है। टिकट वितरण के बाद गुटबाजी सतह पर आ गई है। जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ हर जगह कहते है की पार्टी में गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है। पर सिवनी मालवा की स्थिति को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है की आने वाले समय में विधानसभा चुनाव कैसा होगा।