बलरामपुर। प्रदेश में सरकार ने जब से शासकीय भूमि का और वनभूमि का पट्टा देने की शुरुआत की है तभी से वनों की कटाई और अतिक्रमण काफी तेजी से बढ़ गया है और वन नष्ट होने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला बलरामपुर जिले के राजपुर जनपद में सामने आया है। जहां 500 एकड़ वनभूमि पर अतिक्रमण के लिए तीन ग्राम पंचायत के लोग लगे हुए हैं और धीरे धीरे अब ये मामला काफी तूल पकडने लगा है। इस जमीन को तीन ग्राम पंचायत के लोग इसे अपना बताकर उसमें न सिर्फ अतिक्रमण कर रहे हैं बल्कि उसका सामुदायिक पट्टा देने की भी मांग कर रहे हैं।
आज इसी मामले को लेकर ग्राम पंचायत घोरघडी, परसापानी के दर्जनों ग्रामीणों ने एसडीएम को आवेदन सौंपकर जंगल को सुरक्षित रखने की मांग है और उसका सामुदायिक पट्टा परसापानी को मिले इसकी मांग की है। शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया की ग्राम सेवारी और पहाडखडुआ के साथ ही बाहरी इलाकों के लोग लगातार इस भूमि पर आकर अतिक्रमण कर रहे हैं और जंगल को भी नष्ट कर रहे हैं, उन्होने इस वनभूमि पर बाहरी लोगों के अतिक्रमण करने पर आपत्ति जताई है और कहा की इतनी बड़ी वनभूमि को काफी लंबे समय से उनके पूर्वज सहेजकर रखे हुए हैं और अब उसमें दूसरे लोगों का कब्जा उन्हें बर्दाश्त नहीं है।
उन्होने कहा की इस वनभूमि को वो जंगल के रुप में बचाकर रखना चाहते हैं क्योंकि यहां से न सिर्फ उन्हें महुआ बल्कि तेन्दुपत्ता, पुटु खुखडी के साथ ही अन्य वन्य उत्पाद मिलते हैं इसलिए वो इसका सामुदायिक पट्टा देने की मांग कर रहे हैं जिससे ये जंगल निस्तारी के चलते सुरक्षित रहे। वहीं मामले में एसडीएम ने कहा की तीन गांव के लोग एक भूमि पर सामुदायिक पट्टा की मांग कर रहे हैं ऐसे में वो टीम बनाकर जांच करते हुए मामले को निपटाने की बात कर रहे हैं।