रायपुर। राजधानी की सड़कों पर अभी कुछ सरकारी अफसरों की ई-कारें दौड़ रही हैं। सबसे पहले पावर कंपनी ने तीन कारेें खरीदीं। इसके बाद चार और विभागों ने भी ये कारें ली हैं। क्रेडा ने तो एक कार नकद में खरीदी है। इसके अलावा एनआरडीए, स्मार्ट सिटी और अर्बन डेवलपमेंट ने दो-दो कारें ली हैं।
एक कार प्रदेश के मंत्री शिव डहरिया भी चला रहे हैं। इस समय जो कारें चल रही हैं, वो एक बार चार्ज हाेने में सौ किलोमीटर चलती हैं, लेकिन इसी माह ऐसी कार आने वाली है, जो एक बार चार्ज होने पर तीन सौ किलोमीटर चलेगी। इनमें 80 पैसे प्रति किलोमीटर का खर्च आएगा। पेट्रोल वाली कारों में 7 से 8 रुपए प्रति किलोमीटर का खर्च आता है।
ई-कारों के उपयोग से करोड़ों की होगी बचत
केंद्र सरकार ने देशभर के सरकारी अधिकारियों के साथ मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों के लिए ई-कारों का उपयोग करने पर जोर दिया है। सरकारी विभागों को ई-कारें उपलब्ध कराने के साथ देश के हर राज्य के शहरों में ई-वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाने का जिम्मा भी केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के ज्वाइंट वेंचर की कंपनी ईईसीएसएल को दिया गया है। इस कंपनी ने प्रदेश में भी अपना कामकाज प्रारंभ कर दिया है। कंपनी ने यहां पर सबसे पहले पावर कंपनी में कारें दीं। इसके बाद अन्य विभागों को भी लगातार कारें दी जा रही हैं। इन कारों के उपयोग से करोड़ों की बचत होगी।
4 लाख 90 हजार रूपये है कार की कीमत
अभी जो कारें दी गई हैं, उनमें प्रति किलोमीटर एक रुपए का खर्च आता है। लेकिन अब इस माह कंपनी टाटा की एक नई कार लाने वाली है। 14 लाख 90 हजार की यह कार एक बार चार्ज होने पर तीन सौ किलोमीटर चलेगी। ऐसा होने से इस कार से लंबा सफर भी संभव होगा।
कई विभागों को देंगे कार
ईईएसएल कंपनी ने छत्तीसगढ़ राज्य पावर कंपनी में एक दर्जन कारें देने का पहले चरण में फैसला किया। इसके लिए होल्डिंग कंपनी को तीन कारें दी जा चुकी हैं। इसके बाद ईईसीएल कंपनी ने प्रदेश के कई विभागों को कारें देने का प्रस्ताव दिया है। कई विभागों की इसमें रुचि भी है। सभी को नई कार आने का इंतजार है। इसके आने के बाद जब यह तय हाे जाएगा कि कितनी ईएमआई देनी होगी तो कारों की डिलवरी की जाएगी। कंपनी ने पुलिस विभाग को भी अपनी सभी कारें बदलने का प्रस्ताव दिया है। पुलिस विभाग ने इस प्रस्ताव को माना और ई-कारों का उपयोग किया तो पेट्रोल के लाखों रुपए की बचत होगी।
कई विभागों से चर्चा
कुछ विभागों को कारें देने के बाद अब और कई विभागों से चर्चा की गई है। ज्यादातर विभाग नई कार आने का इंतजार कर रहे हैं। यह पहले की कारों से ज्यादा अच्छी हैं।