मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंरी उद्धव ठाकरे का एक कार्टून फॉरवर्ड करना सेवानिवृत्त नेवी अधिकारी को बहुत भारी पड़ा। मुंबई पश्चिमी उपनगर कांदीवाली में शिवसैनिकों ने शुक्रवार को पूर्व नौ सेना अधिकारी मदन शर्मा पर आधा दर्जन से अधिक शिवसैनिकों ने जानलेवा हमला कर दिया। इसके बाद उनकी तस्वीर सामने आई, जिसमें उनकी आंख को नुकसान पहुंचा था। हाल में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट का ऑफिस तोड़े जाने के बाद शिवसेना की आक्रामकता बढ़ गई है। इसको लेकर पूर्व नौसेना अधिकारी की बेटी शीला शर्मा ने मुंबई में हुए पिता पर हमले को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ कहा कि यहां मानवता खत्म हो चुकी है और राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की जुरूरत है। उन्होंने पिता से की गई मारपीट और कैसे शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने झूठ बोलकर उन्हें बुलाया, इसको लेकर सारी सच्चाई बताई है। वहीं, बुजुर्ग रिटायर्ड नेवी अधिकारी ने भी सरकार से कुछ मांग की है।
मदन शर्मा सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी पर शुक्रवार को मुंबई में हमला हुआ था। इसके बाद अब उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा, ‘हमारे देश में, हर व्यक्ति स्वतंत्रता है और वाट्सऐप जुड़े रहने और जानकारी साझा करने का एक माध्यम है। सरकार को किसी संदेश के स्रोत की पहचान करने के लिए उपाय करना चाहिए जहां से यह उत्पन्न होता है।’
बेटी ने बताई सच्चाई
शीला ने कहा, ‘मेरे पिता के पास धमकियां आना शुरू हो गई थी। उनके पास फोन आ रहे थे। फिर अचानक घर पर काफी संख्या में लोग आए और पिता से नीचे आने को कहा। वे (शिवसेना वाले) कह रहे थे कि उनको सिर्फ बात करनी है, लेकिन उन्होंने पिता के साथ मारपीट चालू कर दी। यहां मानवता नाम की कोई चीज नहीं बची है, राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए।’
बेटी शीला बोली कि पिता ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि वह कार्टून उन्होंने नहीं बनाया है, बल्कि वह एक फॉरवर्ड मैसेज था, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। शीला ने आगे पुलिस पर भी आरोप लगाया कि गुंडों को पकड़ने की बजाए वे मेरे पिता को अपने साथ ले जाना चाहते थे।