रायपुर। दो राय नहीं कि प्रदेश में कोरोना के बढ़ते आंकड़ों ने सरकार की भी नींद उड़ा दी है। यही वजह है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रदेश की भूपेश सरकार हर हाल पर हर तरह के यत्न और प्रयत्न करने पर जुटी हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेहद सख्त लफ्जों में कह दिया है कि अब टेस्ट सैंपल देने वाले हर एक व्यक्ति को खुद से ही तब तक आइसोलेशन में रहना होगा, जब तक कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आ जाती।
बीते चार-पांच दिनों के आंकड़ों पर यदि नजर डाली जाए तो प्रतिदिन तीन हजार के करीब कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का क्रम जारी है। आलम यह है कि प्रदेश में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 30000 के पार हो चुकी है तो वही कुल मरीजों की संख्या 53000 पार हो चुकी है। मौत के मामलों को देखा जाए तो अब तक 500 से ज्यादा लोग इस कोरोना संक्रमण की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं। तो बड़ी तादाद में लोग गंभीर हालात में अस्पतालों में संघर्ष कर रहे हैं। अकेले राजधानी रायपुर में स्थिति यह है कि यहां पर 20,000 से ज्यादा मरीज संक्रमित पाए जा चुके हैं।
बिगड़े हालात को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार ने अब वन विभाग द्वारा निर्मित काढ़ा लोगों को पिलाने का निर्णय लिया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग संक्रमण के जंजाल से बच सकें और प्रदेश को इस खतरनाक महामारी से किसी भी तरह से मुक्ति मिल जाए।