रायपुर। Chhath Puja 2023 : सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा आज रविवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में धूमधाम से मनाया गया। राजधानी के महादेव घाट स्थित खारुन नदी तट पर बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय समाज के लोग और और छठ व्रती महिलाएं पहुंची। सभी ने छठ मैया की विधि विधान से पूजा अर्चना की, और शाम 5:26 बजे डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतधारियों ने खुशहाली की कामना की। कल सोमवार सुबह 6 बजे उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पूजा का समापन होगा। मान्यता है कि जो लोग पूरी श्रद्धा के साथ छठ माता और सूर्य देव की पूजा-अर्चना करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं जल्द पूर्ण हो जाती हैं।
छठ महापर्व का तीसरे दिन खारुन नदी किनारे प्रसाद सामग्री से भरे सूप और बांस की टोकरियों के साथ भगवान सूर्य और छठ माता को संध्या अर्घ्य दिया गया। इस दिन व्रती सभी प्रकार के भोजन और पेय पदार्थों से परहेज करते हैं। निर्जला व्रत छठ के चौथे या आखिरी दिन समाप्त होगा, जब सूर्य देव और छठी माता को उषा अर्घ्य दिया जाएगा।
छठ पूजा का आज तीसरा दिन संध्या अर्घ्य का है। इस दिन छठ पर्व की मुख्य पूजा की जाती है। इस दिन व्रती घाट पर आते हैं और डूबते सूर्य को अर्घ्य देते हैं। आज सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर हुआ। इस समय लोग सूर्य को अर्घ्य दिए। शनिवार को कार्तिक शुक्ल पंचमी के दिन छठव्रती खरना की पूजा कर 36 घंटे का निर्जला व्रत की लोगों ने शुरुआत की। कार्तिक शुक्ल षष्ठी की शाम को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को जल से अर्घ्य दिया गया। सोमवार को कार्तिक शुक्ल सप्तमी की सुबह उदीयमान भगवान सूर्य को दूध एवं जल से अर्घ्य दिया जाएगा। अर्घ्य के बाद व्रती घाट के निकट बने सूर्य पिंडों के पास बैठकर भगवान भास्कर की पूजा करेंगे। अर्घ्य और पूजा के बाद 36 घंटे का निर्जला व्रत भी समाप्त हो जाएगा।