बुरहानपुर जिले के आदिवासी ब्लॉक खकनार के करीब 1500 किसानों ने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को पत्र लिखकर आत्मदाह करने की अनुमति मांगी है दरअसल जिले की खकनार तहसील के तीन गांव पांगरी, बसाली और नागझिरी के यह किसान गुरूवार को एकत्र हुए और उन्होने यह निर्णय लिया है और राष्ट्रपति के नाम सामूहिक रूप से एक पत्र लिखकर प्रेषित किया है है। राष्ट्रपति के नाम लिखे पत्र में किसानों ने लिखा है कि पांगरी सिंचाई परियोजना का काम बिना मुआवजा तय किए शुरू होता है तो वे सामूहिक रूप से आत्मदाह करेंगे।
दरअसल खकनार क्षेत्र के ग्राम पांगरी में मध्यम सिंचाई परियोजना के तहत परियोजना प्रस्तावित है जलसंसाधन विभाग के इंजीनियर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए यहां प्रारंभिक कार्यवाही करने पहुंचे थे जिससे नाराज किसानों ने यह कदम उठाया है नाराज किसानों ने जल संसाधान विभाग के अफसर कर्मचारियों को काम करने से भी रोक दिया था किसानों का कहना था बिना किसानों के मुआवजा निर्धारित किए कैसे परियोजना का काम शुरू हो सकता है इस परियोजना में जिन जिन जिन किसानों की जमीन डूब में आ रही है सभी किसान एकत्र हुए और उन्होने राष्ट्रपति के नाम यह पत्र प्रेषित किया।
हेक्टेयर के हिसाब से प्रभावित किसानों की जमीन का मुआवजा भुगतान करने
जलसंसाधन से मिली जानकारी के अनुसार 17.71 लाख प्रति हेक्टेयर के हिसाब से प्रभावित किसानों की जमीन का मुआवजा भुगतान करने का सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन किसान सरकार की गाइड लाईन का विरोध कर रहे है जल संसाधन विभाग के अनुसार मुआवजा वितरण करने का हमारे हाथ नहीं होता शासन स्तर पर विभाग मुआवजा राशी कलेक्टर को पहुंचाते है और एसडीएम के माध्यम से किसानों को मुआवजा वितरण होता है इस मामले में जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी फिलहाल कुछ कहने को तैयार नहीं है सूत्रों के अनुसार नेपानगर एसडीएम जिनका यह राजस्व क्षेत्र आता है उन्हें इस पूरे मामले की जानकारी नहीं है अब नाराज किसान आने वाले मंगलवार को जिला मुख्यालय पर कलेक्टर दफ्तर में पहुंचकर बैठक करने व कलेक्टर से भेंट करने की बात कह रहे है