रायपुर। साई नगर स्थित रहेजा टावर को कोविड हॉस्पिटल बनाने के निर्णय से स्थानीय निवासियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। बढ़ते संक्रमितों की संख्या के चलते प्रशासन ने खाली पड़े भवनों को अस्थाई कोविड हॉस्पिटल बनाने का निर्णय लिया गया है, इसी क्रम में साई नगर स्थित एक होटल को चुना गया है।
खाली पड़े इस होटल को कोविड हॉस्पिटल बनाए जाने से साईं नगर निवासियों ने इसका विरोध करने शुरू कर दिया है। उनका कहना है कि घनी आबादी के बीच हॉस्पिटल बनाने से पूरे क्षेत्र में संक्रमण का खतरा बना रहेगा।
साई नगर के रहेजा टावर को ममता नर्सिंग होम का कोविड हॉस्पिटल बनाया जा रहा है। इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने विरोध में मोर्चा खोल दिया। बढ़ते प्रदर्शन को देख पार्षद बंटी होरा मौके पर पहुंचकर प्रबंधन को दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि भले ही परमिशन मिला हो, लेकिन यहां कोविड हॉस्पिटल नहीं खुलने देंगे।
वहीं स्थानीयों ने कहा कि यहाँ घनी आबादी है, कॉम्प्लेक्स है, गुपचुप तरीक़े से कोविड हॉस्पिटल बनाने की तैयारी चल रही है। सामान भी लाया जा चुका है। बेड तैयार है। इसकी सूचना मिली मिलते ही पूरे कालोनीवासी इसके विरोध में हैं। जब तक इसको ख़ाली नहीं किया जाएगा विरोध-प्रदर्शन बंद नहीं करेंगे।
लोगों ने कहा कि घनी बस्ती है, यहां कोविड हॉस्पिटल खुला तो कोरोना का संक्रमण फैलने का भय और बढ़ जाएगा। ऐसे में यहाँ एक कोविड हॉस्पिटल खोलना उचित नहीं है। फिलहाल, हॉस्पिटल के सामान को ख़ाली कराने की चेतावनी दिए हैं, यदि ख़ाली नहीं किया गया तो कभी भी कुछ भी हो सकता है, इसकी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
साई नगर में करीब 3000 लोग रहते है। वहीँ जिस परिसर का चुनाव किया गया है, उसका निर्माण भी अवैध है। नगरीय तथा ग्रामीण निवेश विभाग के निर्देशानुसार किसी भी होटल के लिए भूखंड कम से कम 10000 वर्ग फ़ीट का होना चाहिए तथा इतनी जगह होनी कि अग्निशमन वाहन आसानी से प्रवेश व निकास कर सके।