नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन से तनाव पर मंगलवार को लोकसभा में बयान दिया. राजनाथ सिंह ने इस दौरान बताया कि LAC पर क्या हालात हैं. रक्षा मंत्री ने कहा कि लद्दाख में हम चुनौती के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन हम हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
रक्षा मंत्री ने कहा कि 29-30 अगस्त की रात्रि में चीन ने पैंगोंग इलाके में घुसने की कोशिश की, लेकिन हमारे सैनिकों ने प्रयास विफल कर दिए. राजनाथ सिंह ने कहा कि सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सीमाएं सुरक्षित हैं और हमारे जवान मातृभूमि की रक्षा में डटे हुए हैं. बॉर्डर के एरिया में सशस्त्र सेना और ITBP की तेजी से तैनाती की गई है. पिछले कई दशकों में चीन ने बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्र्क्चर की गतिविधियां शुरू की हैं. इसके जवाब में सरकार ने भी बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट का बजट बढ़ा दिया है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि 1990 से 2003 तक दोनों देशों में मिलीजुली सहमति बनाने की कोशिश की गई, लेकिन इसके बाद चीन इस दिशा में आगे नहीं बढ़ा. अप्रैल माह से लद्दाख की सीमा पर चीन के सैनिकों और हथियारों में वृद्धि देखी गई. चीन की सेना ने हमारी पेट्रोलिंग में बाधा उत्पन्न की जिसकी वजह से यह स्थित बनी.
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे बहादुर जवानों ने चीनी सेना को भारी क्षति पहुंचाई है और सीमा की भी सुरक्षा की. हमारे जवानों ने जहां शौर्य की जरूरत थी शौर्य दिखाया और जहां शांति की जरूरत थी शांति रखी.
राजनाथ सिंह ने लोकसभा में कहा कि दोनों को यथास्थिति बनाए रखना चाहिए और शांति और सद्भाव सुनिश्चित करना चाहिए. चीन भी यही कहता है, लेकिन तभी 29-30 अगस्त की रात्रि में फिर से चीन ने पैंगोंग में घुसने की कोशिश की लेकिन हमारे सैनिकों ने प्रयास विफल कर दिए.
राजनाथ सिंह ने कहा कि सदन को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सीमाएं सुरक्षित हैं और हमारे जवान मातृभूमि की रक्षा में डटे हुए हैं. सशस्त्र सेना और ITBP की तेजी से तैनाती की गई है. पिछले कई दशकों में चीन ने बड़े पैमाने पर इन्फ्रास्ट्र्क्चर की गतिविधियां शुरू की है. इसके जवाब में सरकार ने भी बॉर्डर एरिया डिवेलपमेंट का बजट बढ़ा दिया है.