रायपुर। एक आदिवासी को नक्सली मानकर गोलियों से छलनी किए जाने के मामले में अब बखेड़ा खड़ा हो गया है। बालाघाट पुलिस ने जहां हत्या के मामले में प्रकरण दर्ज कर लिया है, तो बालाघाट कलेक्टर ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। इस मामले में छत्तीसगढ़ के मंत्री मोहम्मद अकबर की सक्रियता रंग लाई है।
नक्सली मुठभेड़ के नाम पर नदी में मछली मारने गए कवर्धा जिले के आदिवासी झामसिंग धुर्वे को गोलियों से छलनी करने के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार ने गंभीरता दिखाई है। स्थानीय विधायक और वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने जहां मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान को पत्र लिखकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। वहीं राज्यपाल अनुसुईया उइके ने भी मध्यप्रदेश के राज्यपाल से चर्चा की है।
मामले में निशाने पर आई बालाघाट पुलिस ने आदिवासी झामसिंह के मौत के मामले में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है। इस बात की जानकारी देते हुए बालाघाट पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि नक्सली व पुलिस के बीच मुठभेड़ के दौरान एक आदिवासी की मौत हुई है, इसमें पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 302 का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरूं कर दी है।