मंदसौर। MP NEWS : उज्जैन आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने आज मंदसौर की कृषि उपज मंडी में पदस्थ लेखपाल को 20000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। कृषि उपज मंडी के इस कर्मचारी के प्रभार में मंदसौर की सब्जी मंडी का कारोबार भी था। इस कारोबार के साफ-सफाई के ठेके की किस्त की रकम जारी करने के लिए लेखपाल हरिश वशिष्ठ ने ठेकेदार कंपनी से 78000 घूस की मांग की थी।
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इस मामले में ठेकेदार कंपनी के मालिक ने ईओडब्लू उज्जैन के एसपी को घूस लेने की शिकायत की थी। जिसके बाद उज्जैन के अधिकारियों ने आज दोपहर बाद मंडी कार्यालय पहुंचकर आरोपी लेखपाल को रंगे हाथों-धर दबोचा।
कृषि उपज मंडी मंदसौर के परिसर से ही लगी हुई यहां की सब्जी मंडी का परिसर भी है। इस मंडी के संचालन का प्रभार भी कृषि उपज मंडी के अधिकारियों के हस्ते है। कृषीमंडी के अधिकारियों ने सब्जी मंडी की साफ सफाई और परिसर के सुलभ संचालन का ठेका वाल्मीकि कंस्ट्रक्शन कंपनी को पिछले साल दिया था। इस ठेके की राशि का नियमानुसार आवंटन किया जाना था।
EOW ने 20000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा
इस मामले में फर्म के मालिक पारस लाल राठौर ने कई बार राशि रिलीज करने की लेखपाल से अपील की, लेकिन राशि आवंटन के एवज में लेखपाल ने फार्म के मालिक से 78000 रिश्वत की मांग की थी। इस मामले में परेशान मलिक के बेटे रवि राठौर ने पूरे घटनाक्रम की शिकायत ई ओ डब्ल्यू उज्जैन के एसपी को की थी। इसके बाद ईओडब्ल्यू की टीम ने आज दोपहर के बाद मौके पर पहुंच कर आरोपी को रिश्वत की पहली किस्त के 20000 रुपये लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा।