रायपुर। राजधानी सहित रायपुर जिला आज रात 9 बजे आगामी एक सप्ताह के लिए पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा। इसके साथ ही एक हफ्ते का लाॅक डाउन भी प्रभावशील हो जाएगा। इस दौरान किसी ने लाॅक डाउन के नियमों को तोड़ने की जरा सी हिमाकत भी की, तो उसकी खैर नहीं है। जैसा कि रायपुर कलेक्टर डाॅ0 भारतीदासन और एसएसपी डाॅ0 अजय यादव ने लाॅक डाउन के लिए जारी आदेश के वक्त बताया है। हालांकि इस समय की परिस्थितियों को देखते हुए यह निर्णय लिया जाना जरूरी भी है, जिसमें लेट-लतीफी हुई है।
आज लाॅक डाउन प्रभावशील होने से ठीक पहले ग्रेंड न्यूज के एक सुधि पाठक ने राजधानी के डंगनिया स्थित गैस गोडाउन की जो ताजा तस्वीर भेजी है, वह चीख-चीखकर इस बात की गवाही दे रहा है, कि राजधानी की आमजनता किस कदर लापरवाह है। राजधानी में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बावजूद गैस रिफिलिंग के लिए जिस तरह से भीड़ जुटी और लोग सोशल डिस्टेंशिंग को भूलकर एक साथ इकट्ठा हो गए, वह संक्रमण को विस्तार देने वाला ही प्रयास है। जबकि लाॅक डाउन की घोषणा 72 घंटे पहले ही कर दी गई है।
वहीं चैंकाने वाली बात यह है कि गैस रिफिलिंग को अति आवश्यक सेवाओं में रखा गया है और संचालकों को यह निर्देशित किया गया है कि गैस की बुकिंग फोन या आॅनलाइन किया जाए, इसके बावजूद जिस तरह की लाइन लगवाई जा रही है, भीड़ इकट्ठा की जा रही है, आदेश की अवमानना के अंतर्गत आता है। ऐसे में क्यों ना प्रशासन को इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।