गरियाबंद – नए साल में एक बार फिर वन विभाग उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र में अतिक्रमणकारियों के विरोध बेदखली को लेकर अभियान शुरू करने जा रही। बुधवार से विभाग उदंती अभ्यारण के रिजर्व क्षेत्र में अतिक्रमण कर कब्जा किए 33 अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध बेदखली की कार्यवाही करेगी। सुबह होते ही टीम कार्यवाई हेतु मौके पर पहुँच चुकी है, वही टीम में एक आठ माह ले दूध मुहिया बच्चे की माँ भी अपने बच्चे के साथ पहुची है
कार्यवाह के पहले वन विभाग ने अंचल के ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधि से कार्यवाही में सहयोग हेतु मार्मिक अपील की है। विभाग ने जंगल बचाने और अतिक्रमण हटाने ये अपील की है। उदंती सीता नदी के उपनिदेशक वरुण जैन ने कहा कि रिजर्व क्षेत्र में कब्जा किया 33 अतिक्रमणकारी कार्रवाई से बचने कई प्रकार के हथकंडे अपना रहे है। हाई कोर्ट और वन विभाग के उच्च स्तर की गुहार लगाने के बाद सभी जगह उनकी अपील खारिज हो चुकी है इसके बाद भी अलग-अलग माध्यम से बचने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने कहा की नोटिस अल्टीमेटम के बाद अब सीधे बेदखली की कार्यवाही करेंगी।
ज्ञात हो कि उदंती के जंगल क्षेत्र में ओडिशा के लोगों द्वारा जंगल उजाड़कर बड़े पैमाने में बेजा कब्जा किया है। जिससे खिलाफ
वन विभाग ने पिछले वर्ष अभियान चलाकर बेदखली की कार्रवाई की गई थी। बावजूद इसके जंगल में कब्जा करने का सिलसिला लगातार जारी है। वन विभाग को उदंती-सीतानदी के सघन वनक्षेत्र टांगरान नामक क्षेत्र में 70 हेक्टेयर वनक्षेत्र में 21 हजार से ज्यादा पेड़ों की कटाई कर कब्जा करने की जानकारी मिली। जिसे लेकर अभियान चलाकर बेदखली की तैयारी है।
ओडिशा, धमतरी और कोंडागांव के भी अतिक्रमणकारी
उदंती-सीतानदी टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर वरुण जैन के बताया कि जंगल में कब्जा करने वालों में 23 अतिक्रमणकारी ओडिशा के हैं, जबकि दो अतिक्रमणकारी कोंडागांव तथा धमतरी के हैं। शेष पांच अतिक्रमणकारी गरियाबंद के हैं। अफसर के अनुसार मौके पर जांच करने वन अफसरों की टीम पहुंची, तो अतिक्रमणकारियों द्वारा उस क्षेत्र में 25 वर्ष से ज्यादा समय से रहने का दावा किया। लेकिन सेटेलाइट इमेज से सच सामने आया।
डीएफओ जैन ने बताया कि जिस वनक्षेत्र में पेड़ों की कटाई कर बेजा कब्जा किया गया था, उस क्षेत्र के वर्ष 2012 की सेटेलाइट इमेज निकालकर मिलान किया गया, तब अफसरों को जंगल की कटाई कर बेजा कब्जा करने की जानकारी मिली। सेटेलाइट इमेज के माध्यम से अफसरों को 70 हेक्टेयर वनक्षेत्र में बेजा कब्जा होने की जानकारी मिली।
चुनौती देने हाईकोर्ट में लगाई याचिका खारिज
वन अफसरों ने अतिक्रमणकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया, तब अतिक्रमणकारियों ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की। वन अफसरों ने अतिक्रमणकारियों को चुनौती के जवाब में कोर्ट में साक्ष्य के रूप में सेटेलाइट इमेज पेश किया। कोर्ट ने वन विभाग द्वारा पेश किए गए साक्ष्य के आधार पर अतिक्रमणकारियों की याचिका खारिज कर दी।