भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के तीन शीर्ष नेताओं को भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार करने के विपक्षी पार्टी के फैसले की बृहस्पतिवार को आलोचना की और दावा किया कि इससे भारत की संस्कृति और हिंदू धर्म के प्रति पार्टी का स्वाभाविक विरोध उजागर हो गया है।
भाजपा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया है, जिसमें प्रमुख विपक्षी नेताओं की तस्वीर है और लिखा है- पहचानिए राम मंदिर के न्योते को ठुकराने वाले चेहरे… सनातन विरोधी इंडी गठबंधन।इस पोस्टर में कांग्रेस की सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी, TMC की ममता बनर्जी, CPI (M) के सीताराम येचुरी और समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव की तस्वीर है। दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार (10 जनवरी) को ही कार्यक्रम का न्योता ठुकराया था। अब तक कांग्रेस के अलावा I.N.D.I. A की 4 और पार्टियां सपा, TMC, CPI(M) और शिवसेना (उद्धव गुट) प्राण प्रतिष्ठा में जाने से मना कर चुकी हैं।
न्योता ठुकराने के बाद दो धड़ों में बंटी कांग्रेस
बुधवार को प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकराते हुए कांग्रेस ने ऐलान किया कि उनका कोई भी नेता प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा। कांग्रेस के इस फैसले पर पार्टी के कई नेताओं ने असहमति जताई है।कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राम किसी पार्टी के नहीं है। हमारी लड़ाई राम या अयोध्या से नहीं, बीजेपी से है। कुछ लोग कांग्रेस को वामपंथी रास्ते पर ले जा रहे हैं। मैं चाहता हूं कि कांग्रेस नेतृत्व को अयोध्या न जाने के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।