रायपुर। राजधानी के एक प्रतिष्ठित सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के खिलाफ यह अफवाह फैलाई जा रही है कि वहां पर एक मरीज के शरीर से किडनी निकाल लिया गया। रायपुर के देवेन्द्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल के डायरेक्टर डाॅ. सुनील खेमका ने जब इस अफवाह के सूत्रधार के खिलाफ लीगल नोटिस भेजने की बात कही, तो उसने माफी मांगकर बख्शने की विनती की। डाॅ0 खेमका ने भलमनसाहत दिखाते हुए और उसके भविष्य को ध्यान में रखकर इस कोरे अफवाह को निगल लिया और उसे माफ भी कर दिया।
किसी के शरीर से किडनी निकाल लेना, उसे बेच देना इतना आसान नहीं है। यह एक ऐसी संवेदनशील प्रक्रिया है, जिसके लिए पूरी तैयारी रखनी पड़ती है। एक शरीर से किडनी को निकालते ही तत्काल दूसरे शरीर में शिफ्ट किया जाता है, तब जाकर उसका अस्तित्व बना रहता है। थोड़ी सी देर भी उस किडनी को डेड कर देती है। लेकिन बाॅलीवुड फिल्मों को देखकर कुछ लोग ऐसा अनुमान लगा लेते हैं कि किसी के किडनी को निकालकर उसे प्रिसर्व कर लिया गया और फिर उसे मुंह मांगी कीमत पर बेच दिया जाता है।
राजधानी के देवेन्द्र नगर स्थित नारायणा अस्पताल के डायरेक्टर डाॅ. सुनील खेमका ने चौंकाने वाले अंदाज में कहा कि किसी डाॅक्टर या अस्पताल के खिलाफ अफवाह फैलाना बेहद आसान है, लेकिन इस प्रोफेशन से जुड़े लोग बेहद अच्छे से समझते हैं कि किडनी निकालना, उसे बेचना या ट्रांसप्लांट कर देना कोई मजाक नहीं है। किसी के किडनी को किसी के भी शरीर में ट्रांसप्लांट नहीं किया जा सकता। यह बेहद गंभीर स्थिति में किया जाने वाला आॅपरेशन है, जिसके लिए एक पूरी प्रक्रिया को क्रमशः पूरा किया जाता है, तब जाकर सफलता मिलती है।
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डाॅ0 सुनील खेमका ने इस अफवाह को लेकर कहा कि केवल राजधानी ही नहीं, बल्कि पूरा प्रदेश और समूचा देश इस समय कोरोना जैसी खतरनाक महामारी का सामना कर रहा है। प्रत्येक डाॅक्टर अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर मरीजों की जिंदगी बचाने के लिए प्रयास कर रहा है। ऐसे में डाॅक्टरों के मनोबल को तोड़ने की बजाय उनका साहस बढ़ाएं, ताकि डाॅक्टर और भी ज्यादा खुशमिजाज होकर कोरोना की जंग में आपके लिए काम कर सकें।