राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस द्वारा निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद सियासत जारी है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी के भीतर ही मतभेद की स्थिति बन रही है। कार्यक्रम में कांग्रेस पदाधिकारियों के शामिल नहीं होने के फरमान के बाद दो बड़े नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को ही अलविदा कह दिया है। इस बीच मध्यप्रदेश से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि 22 जनवरी के बाद मैं जरूर राम मंदिर जाऊंगा।
कांग्रेस सांसद तन्खा ने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन पर कोई विवाद ना हो यह सरकार की जिम्मेदारी है। सरकार चारों शंकराचार्य की बातों को सुनकर चलती तो अच्छा होता। कांग्रेस ने किसी को राम मंदिर जाने से नहीं रोका है। मैं खुद इस मामले में स्वामी स्वरूपानंद का वकील था। न्याय यात्रा को लेकर कहा कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा कोई चुनावी यात्रा नहीं है। वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद ने लाइव स्ट्रीम को लेकर कहा कि वह न्यायालय में लाइव स्ट्रीम का हमेशा पक्ष लेते हैं। जहां न्यायालय की कार्यवाही को जनता के बीच तक पहुंचना चाहिए। इसके लिए लाइव स्ट्रीम जरूरी है। वहीं राज्यसभा सांसद अधिवक्ता विवेक कृष्ण तंखा ने मध्य प्रदेश की मोहन यादव की सरकार और मुख्यमंत्री के लिए भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर सबमिट से अच्छा है की क्षेत्र की जरूरत के हिसाब से सरकार कार्य करें और क्षेत्र में जिस प्रकार का कार्य हो सकता है, उसको लेकर सरकार आगे काम करे। जबलपुर समेत महाकौशल में पर्यटन के पर्याप्त स्थान है इन स्थानों में दूर – दूर से पर्यटक आते हैं जबलपुर समेत महाकौशल में पर्यटन के क्षेत्र में कार्य किया जाना चाहिए।