रायपुर। माना क्षेत्र में शनिवार को हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है और आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। मामला दो दोस्तों के बीच विवाद के तौर पर सामने आया था, लेकिन हकीकत यह है कि दोनों दोस्त नहीं थे, बल्कि हमेशा विवाद करने वाले सहकर्मी मात्र थे। वारदात की रात भी दोनों के बीच पंखे के नीचे सोने की बात को लेकर गंभीर विवाद हुआ था, जिसकी परिणिति एक की हत्या के रूप में सामने आई है।
इस वारदात में निमर्मता से हत्या करने के बाद फरार आरोपी राजन कुमार को पुलिस ने दलदल सिवनी के साइंस सेंटर के पास महज तीन घंटों के दौरान ही धर दबोचा। पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि जितेन्द्र से उसने पंखे के नीचे सोने की बात कही थी, जिस पर जितेन्द्र ने मना कर दिया। इस बात को लेकर दोनों के बीच गरमा-गरमी हुई और जितेन्द्र ने राजन को एक थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद दोनों सोने चले गए। कुछ देर में ही जितेन्द्र की आंख लग गई, लेकिन राजन गुस्से में था और बदला लेने के लिए मौके का इंतजार कर था। उसने ठान लिया था कि आज की रात, जितेन्द्र को वह ठिकाने लगाकर ही दम लेगा।
कुछ देर गुजरने के बाद जब जितेन्द्र की नींद गहरी हो गई, तो राजन ने कुदाल उठाकर उसके सिर पर ताबड़तोड़ वार करना शुरू किया, जिससे जितेन्द्र खून से लथपथ होकर तड़पने लगा और फिर बेहोश हो गया। इतने पर भी जितेन्द्र की सांस चल रही थी, तो राजन ने आरी से उसका गला रेत दिया, जिससे जितेन्द्र की मौत हो गई। आरोपी ने भागने के लिए सुबह तक का इंतजार किया, उसके बाद वह मौके से फरार हुआ।
पुलिस ने बताया कि मृतक जितेंद्र और आरोपी राजन माना निवासी दीपक गुप्ता की फर्नीचर की दुकान में काम करते थे। बस्ती में ही दोनों ने एक कमरा किराए पर ले रखा था, लेकिन इनकी आपस में नहीं बनती थी। दोनों का आये दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता था। बढ़ई का काम करने की वजह से धारदार हथियार उनके घर पर ही मौजूद थे, जिसका इस्तेमाल हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी ने किया। बताया जा रहा है कि दोनों बिहार के रहने वाले थे।