मोदी सरकार के कृषि विधेयक को लेकर देश के विभिन्न राज्यों में विरोध प्रदर्शन जारी है। छत्तीसगढ़ में भी सरकार से लेकर संगठन और किसान मोर्चा से जुड़े लोग विरोध में स्वर मुखर कर रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, लोकसभा में पारित तीनों बिल किसान विरोधी हैं। एक राष्ट्र-एक बाजार की बात करने वाले अगर “एक दर” की भी बात करते तो, हम इसका विरोध नहीं करते। वहीं प्रदेश कांग्रेस के मुखिया मोहन मरकाम ने एमएसपी का प्रावधान करने और मंडी व्यवस्था खत्म नहीं किए जाने की मांग की है।
लोकसभा में पारित तीनों बिल किसान विरोधी हैं, एक राष्ट्र-एक बाजार की बात करने वाले यदि "एक दर" की भी बात करते तो हम इसका विरोध न करते।
इसे समझने की आवश्यकता है।#SpeakUpForFarmers pic.twitter.com/sAohmTL1eD
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) September 26, 2020
दरअसल, इस बिल की शुरू से खिलाफत कर रही कांग्रेस ने अब चरणबद्ध तरीके से विरोध शुरू किया है। इसके तहत शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर “स्पीक अप फॉर फार्मर” अभियान की शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहा, कांट्रेक्ट फार्मिंग से किसान अपने ही खेत में मजदूर बन जाएगा। आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन से व्यापारी सस्ते में अनाज डंप करेगा। कालाबाजारी बढ़ेगी।