पूर्व कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक जसवंत सिंह का निधन हो गया है। वह 82 साल के थे और पिछले छह साल से कोमा में थे। दिल्ली के आर्मी अस्पताल की ओर से जारी बयान के अनुसार, ‘पूर्व कैबिनेट मंत्री मेजर जसवंत सिंह का आज सुबह 6.55 बजे निधन हो गया। सेप्सिस के साथ मल्टीऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम का इलाज चल रहा था। उन्हें आज सुबह कार्डियक अरेस्ट आया। उनका कोविड स्टेटस निगेटिव है।’
पूर्व कैबिनेट मंत्री, मेजर जसवंत सिंह (रिटायर्ड) का आज सुबह 6:55 पर निधन हो गया।उन्हें 25 जून को भर्ती कराया गया था और मल्टी ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम के साथ सेप्सिस का इलाज किया जा रहा था।आज सुबह उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ।उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव है:सेना अस्पताल (R&R), दिल्ली pic.twitter.com/XmwqmcqPmI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2020
विदेश मंत्रालय भी संभाला
भारतीय सेना में मेजर रहे जसवंत सिंह ने बाद में राजनीति का दामन थाम लिया था। बीजेपी की स्थापना करने वाले नेताओं में शामिल जसवंत ने राज्यसभा और लोकसभा, दोनों सदनों में बीजेपी का प्रतिनिधित्व किया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार में उन्होंने 1996 से 2004 के बीच रक्षा, विदेश और वित्त जैसे मंत्रालयों का जिम्मा संभाला। बतौर वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने स्टेट वैल्यू ऐडेड टैक्स की शुरुआत की जिससे राज्यों को ज्यादा राजस्व मिलना शुरू हुआ।
उन्होंने कस्टम ड्यूटी भी घटा दी थी। 2014 में बीजेपी ने सिंह को बाड़मेर से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं दिया था। नाराज जसवंत ने पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ा मगर हार गए थे। उसी साल उन्हें सिर में गंभीर चोटें आई, तब से वह कोमा में थे।
Jaswant Singh Ji will be remembered for his unique perspective on matters of politics and society. He also contributed to the strengthening of the BJP. I will always remember our interactions. Condolences to his family and supporters. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2020
पीएम मोदी ने मानवेंद्र को किया फोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जसवंत के बेटे मानवेंद्र से फोन पर बात की और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “जसवंत सिंह जी ने पहले एक सैनिक के रूप में देश की सेवा की, फिर राजनीति के साथ लंबे वक्त तक जुड़े रहकर। अटली की सरकार में, उन्होंने महत्चपूर्ण विभाग संभाले और वित्त, रक्षा तथा विदेश मामलों के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी। उनके निधन से दुखी हूं। उन्हें राजनीति और समाज के विषयों पर अनूठे नजरिए के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने बीजेपी को मजबूत करने में भी योगदान दिा। मैं हमेशा हम दोनों के बीच हुई बातचीत याद रखूंगा।”