कोरबा। एसईसीएल की गेवरा, कुसमुंडा और दीपका परियोजना में जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई कर प्रबंधन को नोटिस थमाकर एक सप्ताह में जवाब मांगा है। तीनों कोयला खदान के रेल्वे साइडिंग में जिला प्रशासन की खनिज विभाग की टीम के साथ ही परिवहन, नाप-तौल,पर्यावरण विभाग की संयुक्त टीम ने शनिवार को छापामार कार्रवाई की। खदान की रेल्वे साईडिंग में देर शाम तक चले जांच में पाया गया कि रेल्वे रैक के माध्यम से लिंकेज और डीओ के माध्यम से भेजे जाने वाले कोयले की जानकारी छत्तीसगढ़ खनिज विभाग के पोर्टल में एसईसीएल द्वारा अपलोड नही किया जा रहा है। खनिज विभाग के उप संचालक एस.एस.नाग ने बताया कि राज्य से बाहर रेल रैक के माध्यम से भेजे जाने वाले कोयला के लिए निर्धारित मापदंडो का पालन नही किया जा रहा है।
कोयला भेजने से पहले विभागीय पोर्टल में लिकेंज और डीओं की प्रति के साथ मैनुअल अनुमोदन लिया जाना अनिवार्य है, लेकिन मौके पर जांच में ऐसा कुछ भी नही मिलने पर तीनों खदान के मुख्य महाप्रबंधक को नोटिस जारी कर एक सप्ताह में जवाब मांगा गया है, समय पर जवाब नही देने पर नोटिस में बकायदा एक पक्षीय कार्रवाई की भी चेतावनी दी गयी है। वही नापतौल विभाग ने एसईसीएल गेवरा खदान के 5 नंबर कांटा घर सहित दीपका खदान के 15 नंबर कांटा घर और कुसमुंडा माईंस के 10 नंबर कांटा घर में वार्षिक सत्यापन नही पाया गया, जिस पर कार्रवाई करते हुए आगामी आदेश तक तीनों कांटा घर को सील कर दिया गया है।
जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने रेल्वे साईडिंग में ओव्हर लोड कोयला लेकर निकल रहे 6 ट्रेलर भी जब्त किया गया है। जिस पर परिवहन विभाग ने ओव्हर लोड की कार्रवाई की है। वही पर्यावरण विभाग ने कोयला ढुलाई में लगे रेल रैक में बिना त्रिपाल ढके कोयला परिवहन की अनियमितता पर एसईसीएल प्रबंधन को चेतावनी दिया गया है। जिला प्रशासन की संयुक्त टीम की इस छापामार कार्रवाई के बाद एक बार फिर एसईसीएल प्रबंधन के अफसरो के बीच हड़कंप मचा हुआ है।