कांकेर। चार दिन पहले पत्रकार से मारपीट मामले में कांग्रेस के जिला महामंत्री गफ्फार मेनन को निलंबित कर दिया गया है। जिलाध्यक्ष सुभद्रा सलाम ने कार्रवाई की है। गफ्फार मेनन को पद के साथ पार्टी से भी बाहर किया गया है। मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
जिलाध्यक्ष सुभद्रा सलाम की ओर से कहा गया है कि वीडियो फुटेज में पत्रकार से मारपीट और गाली-गलौज करते हुए साफ दिखाई दे रहा है। यह बहुत आपत्तिजनक और पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसके बाद गफ्फार मेनन पर कार्रवाई की गई है। इस मामले की जांच के लिए समिति का गठन किया गया है, जिस पर पीसीसी चीफ ने आदेश जारी किया है।
जांच के लिए कमेटी गठित
प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम में ने इस जांच समिति में संशोधन कर दिया। रायपुर से जारी किए गए आदेश में प्रदेश अध्यक्ष ने जगदलपुर विधायक रेखचंद जैन, रायपुर उत्तर विधायक विकास उपाध्याय, गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद और प्रभारी महामंत्री रवि घोष की टीम गठित की गई है। यह टीम दो दिन में जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी।
यह थी मारपीट की वजह
पत्रकार कमल शुक्ला ने आरोप लगाया है कि पूरा विवाद नगर पालिका के भ्रष्टाचार से जुड़ी खबरों की वजह से शुरू हुआ। वे लगातार इस तरह की खबरें लिख रहे थे। यही वजह थी कि इलाके के जितेंद्र सिंह, गफ्फार मेमन, गणेश तिवारी ने उन पर हमला किया। घटना तब हुई जब कमल एक और पत्रकार के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखवाने थाने पहुंचे थे।