बलरामपुर। हाथरस में दरिंदगी की शिकार हुई युवती की चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं पड़ी है कि बलरामपुर में इसका दोहरावा हो गया है। दरिंदों ने ना केवल हवस बुझाया, बल्कि उस युवती की कमर भी तोड़ दी, जिसका दर्द वह सहन नहीं कर पाई और उसकी मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक 22 साल की कॉलेज छात्रा को किडनैप कर इंजेक्शन लगाकर बेहोश कर दिया और फिर 2 आरोपियों ने दुष्कर्म किया। लड़की की हालत इतनी बिगड़ गई कि उसकी मौत हो गई। पुलिस ने साहिल और शाहिद नाम के आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ गैंगरेप और हत्या का केस दर्ज किया गया है। मामला गैंसड़ी इलाके का है।
जैसे-तैसे पहुंची घर
कॉलेज की फीस जमा कराने के घर से निकली छात्रा जब शाम तक नहीं लौटी तो घरवालों ने फोन किया, लेकिन फोन बंद था। शाम करीब 7 बजे युवती गंभीर हालत में रिक्शे से घर पहुंची। उसके हाथ पर कैनुला लगा था, बेहोशी की हालत में थी और बोल भी नहीं पा रही थी। परिजन तुरंत डॉक्टर के पास ले गए। फिर डॉक्टर के कहने पर लखनऊ ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही युवती की मौत हो गई।
दिया गया था नशीला इंजेक्शन
लड़की की मां ने बताया कि बेटी कॉलेज से लौट रही थी, रास्ते में कार में आए 3-4 लोगों ने उसे अगवा कर लिया। उसे नशे के इंजेक्शन देकर दुष्कर्म किया गया। आरोपियों ने बेटी की कमर और पैर भी तोड़ दिए, इसलिए न तो वह खड़ी हो पा रही थी और न ही बोल पा रही थी। बस इतना ही कह पाई कि पेट में बहुत तेज जलन हो रही है, हम मर जाएंगे।
आरोपियों ने डॉक्टर बुलाया था, लेकिन उसे शक हो गया
पुलिस का कहना है कि वारदात गैंसड़ी गांव में एक किराना स्टोर के पीछे के कमरे में हुई। पीड़ित की सैंडल उसी कमरे के बाहर मिली हैं। दुकान मालिक ही घटना का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। आरोपियों ने दुष्कर्म और मारपीट के बाद पास के ही डॉक्टर से पीड़ित का इलाज करवाने की कोशिश की थी।
डॉक्टर ने बताया…
साहिल नाम के लड़के का शाम 5 बजे फोन आया था। वह मुझे शाहिद की दुकान पर ले गया। वहां पर उन्होंने कहा कि एक फैमिली मेंबर को देख लीजिए। मैंने देखा कि कमरे में लड़की के अलावा कोई और नहीं था, मैंने पूछा कि ये कौन है? उन्होंने कहा कि सरकारी सचिव की बेटी है। मैंने कह दिया कि जब तक कोई महिला या बड़ा व्यक्ति नहीं आता, इलाज नहीं कर सकता। उन्होंने मुझे कहा कि आप अपने क्लीनिक जाइए, हम सेक्रेटरी को फोन कर लड़की को वहीं पर ले आएंगे। उसके बाद मुझे पता नहीं वे कहां गए।