नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत को आत्मनिर्भर बनाने के दृष्टिकोण के अनुरूप, TRIFED अब भारत के सबसे बड़े हस्तशिल्प और जैविक उत्पादों के बाजार, ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस (market.ribesindia.com) को लॉन्च करने जा रहा है।
2 अक्टूबर को यह पहल, जो देशभर के आदिवासी उद्यमों की उपज और हस्तशिल्प का प्रदर्शन करेगी और उन्हें अपने उत्पाद / उत्पादों को सीधे बाजार में लाने में मदद करेगी, यह भी आदिवासी वाणिज्य के डिजिटलीकरण की दिशा पर कार्य करेगी । जनजातीय मामलों के मंत्रालय की राज्य मंत्री रेणुका सिंह की उपस्थिति में जनजातीय मामलों के माननीय मंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा जनजातीय भारत ई-बाज़ार का शुभारंभ किया जाएगा।
इस अवसर पर मुंडा कई अन्य TRIFED पहलों को भी हरी झंडी दिखाएंगे , जिनका उद्देश्य आदिवासियों का समर्थन करना है। इनमें ट्राइब्स इंडिया के 123 वें और ऋषिकेश और कोलकाता में 124 वें आउटलेट का उद्घाटन शामिल है. झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्यों से नए जनजातीय उत्पाद शामिल हैं; उनके विक्रेता फ्लेक्स कार्यक्रम में अमेज़न के साथ TRIFED / ट्राइब्स इंडिया की साझेदारी।
ट्राइब्स इंडिया ई-मार्केटप्लेस एक महत्वाकांक्षी पहल है. जिसके माध्यम से ट्राइफेड का लक्ष्य देश भर में विभिन्न हस्तकला, हथकरघा, प्राकृतिक खाद्य उत्पादों की सोर्सिंग के लिए 5 लाख ट्राइबलप्रोड्यूसर्स को ऑनबोर्ड करना और जनजातीय उत्पादों का सर्वश्रेष्ठ उत्पादन करना है। यह प्लेटफ़ॉर्म आदिवासी सप्लायर्स को ओमनी-चैनल की सुविधा प्रदान करता है ताकि वे अपने सामान को अपने खुदरा विक्रेताओं और वितरकों, ट्राइफेड के नेटवर्क और ई-कॉमर्स भागीदारों के साथ-साथ ई-मार्केटप्लेस में अपने स्वयं के खाते में बेच सकें।