रायगढ़। CG NEWS : तीन दिन पहले एक कब्बड़ी खिलाड़ी की मेकाहारा में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। जिससे परिजनों ने आरोप लगाया है कि इस अस्पताल में न तो ढंग का डाक्टर है और न ही यहां जांच की कोई सुविधा है। जिसके चलते युवक की मौत हुई, इस बात को लेकर मृतक के भाई और गांव वालों ने कोतरा रोड थाना में सूचना देकर अस्पताल के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
जानकारी के अनुसार कोतरा रोड थाना क्षेत्र स्थित ग्राम जोरापाली निवासी कबड्डी खिलाड़ी मुकेश पटेल पिता रामसाय पटेल उम्र 20 वर्ष के पैर में दर्द होने पर उसके परिजनों ने विगत 29 फरवरी को मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उपचार के दौरान दो मार्च को मौत हो गई। जिससे परिजनों का आरोप है कि इतना बड़ा अस्पताल तो शुरू कर दिया गया है, लेकिन यहां सुविधा कुछ भी नहीं है, साथ ही यहां ढंग का डाक्टर भी नहीं है। जिसके चलते यहां उपचार के लिए आने वाले ज्यादातर मरीजों की मौत हो जाती है। ऐसे में मृतक के परिजन गांव के दर्जनों लोगों के साथ मेडिकल कालेज अस्पताल पहुंच कर गेट के सामने धरना पर बैठ गए। इसके साथ ही अस्पताल की व्यवस्था सुधारो या अस्पताल बंद करों का नारा लगाना शुरू कर दिया।
वहीं प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि इस अस्पताल में जांच के लिए तरह-तरह की मशीनें तो लगाई गई है, लेकिन उसको चलाने वाला कोई नहीं है, जिसके चलते मरीज के परिजनेां को बाहर से जांच कराना पड़ता है। साथ ही जांच कराने के बाद यहां ढंग का डाक्टर नहीं होने के कारण रिपोर्ट को भी नहीं देख रहे हैं, और बगैर देखे जूनियर डाक्टरेां से उपचार कराया जाता है। जिससे लोग बेमौत मर रहे हैं। अस्पताल के सामने नारेबाजी और हल्ला सुनकर अस्पताल अधीक्षक डॉ मनोज कुमार मिंज और उपअधीक्षक डॉक्टर शोभित माने उन्हें समझे देने के लिए पहुंचे लेकिन ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे। इसके बाद व्यवस्था बिगड़ती देख चक्रधर नगर पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचकर चक्रधर नगर थाना प्रभारी निरीक्षक प्रशांत राव अहेर और उनकी टीम ने ग्रामीणों को शांत कराया और उन्हें विधिवत कार्रवाई करने की सलाह दी। इसके बाद कहीं जाकर ग्रामीणों ने अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त किया।