कोरबा। जिले के दीपका कोल क्षेत्र में एक निजी कोल कंपनी में लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। कोरबा जिले में लूट की यह दूसरी चैंकाने वाली वारदात है। इस लूट कांड का निर्माता-निर्देशक कंपनी का असिस्टेंट कैशियर ही निकला है। इस लूटकांड के पीछे की जो हकीकत सामने आई है, वह चोरी को छिपाने के लिए रची गई साजिश थी। दरअसल, आरोपी असिस्टेंट कैशियर ने कंपनी के साढ़े 10 लाख पहले ही चोरी कर लिए थे, जिस पर पर्दा डालने के लिए उसने लूटकांड को अंजाम दिया।
छत्तीसगढ़ के कोरबा में प्राइवेट कोल कंपनी में हुई लूट का पुलिस ने 15 घंटे में खुलासा कर दिया है। रविवार देर रात पुलिस ने कंपनी के ही असिस्टेंट कैशियर को गिरफ्तार कर उसके घर से 10.5 लाख रुपए बरामद कर लिए। पुलिस इस मामले में अन्य दो आरोपियों की तलाश कर रही है। असिस्टेंट कैशियर ने ही लूट की साजिश रची थी। दरअसल, दीपका के एसईसीएल गेवरा परियोजना क्षेत्र स्थित सैनिक माइनिंग कोल ट्रांसपोर्ट कंपनी के दफ्तर में कर्मचारियों को वेतन बांटने के लिए रुपए रखे थे।
शनिवार रात नकाबपोश बदमाश ऑफिस में चोरी करने घुसे। गार्ड ने देख लिया तो उसे और ड्राइवर को मारपीट कर बंधक बनाया। इसके बाद 31 लाख रुपए की लूटकर फरार हो गए। पुलिस को मामले में पहले से ही कर्मचारियों पर संदेह था। ऐसे में रुपयों की जानकारी रखने वाले कर्मचारियों से पूछताछ की गई। इसमें असिस्टेंट कैशियर जेएल प्रसाद भी शामिल था। संदेह होने पर पुलिस ने सख्ती से उससे पूछा तो उसने वारदात कबूल कर ली। आरोपी कैशियर ने बताया कि उसने पहले ही 10.5 लाख रुपए चोरी कर लिए थे। पूछताछ में आरोपी असिस्टेंट कैशियर ने बताया कि उसने अपने परिचितों को लूट की साजिश में शामिल किया। इसके लिए कंपनी में रखी रकम 31 लाख रुपए ही बताई। ऐसे में लूट की रकम कम हो सकती है। आरोपी जेएल प्रसाद कंपनी में 20 साल से काम कर रहा था। पुलिस आज इस मामले में अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सकती है।