लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरेस केस में हर दिन नई परतें खुलती जा रही है। एक इस केस एक नया और बेहद चौंकाने वाला ट्विस्ट आ गया है। जानकारी के मुताबिक, पीड़िता के भाई और मुख्य आरोपी संदीप के बीच पुरानी जान-पहचान थी। दोनों के बीच फोन पर लंबी बातचीत की भी बात सामने आ रही है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि बातचीत कई घंटों तक होती थी। मीडिया के मुताबिक आरोपी संदीप और पीड़िता के परिवार के एक नंबर के बीच बातचीत होती थी। ये नंबर पीड़िता के बड़े भाई के नाम पर रजिस्टर्ड है। इन दोनों नंबरों के बीच अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच लगभग 5 घंटे की बातचीत हुई है।
इधर, हाथरस में युवती के साथ हुए कथित गैंगरेप फिर मौत के मामले को सुप्रीम कोर्ट ने बेहद आसाधारण और चौंकाने वाला बताया है। शीर्ष अदालत ने इस मामले से जुड़ी एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से गवाहों की सुरक्षा के बारे में जानकारी मांगी है। अदालत ने इसके साथ ही यह जानकारी मांगी कि क्या पीड़िता के परिजन वकील की सेवा लेने में सक्षम हैं या नहीं। इसके साथ ही अदालत इस मामले में अब अगले हफ्ते सुनवाई करेगी। चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबडे ने कहा, ‘परिवार और गवाहों की सुरक्षा कैसे होगी, इस पर यूपी सरकार हलफनामा दायर करें। परिवार के पास उनकी सहायता करने के लिए एक वकील है या नहीं और हाईकोर्ट की कार्यवाही का दायरा क्या होगा, यह भी बताएं।’
हाथरस और पीएफआई कनेक्शन!
वहीं, हाथरस केस में जाति आधारित संघर्ष की साजिश रचने और सरकार की छवि बिगाड़ने के प्रयास के आरोप में जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। यूपी पुलिस ने इन चार आरोपियों में से मसूद खान के बारे में बताया है कि वह जामिया मिल्लिया इस्लामिया का छात्र है। वह बहराइच जिले के बैरा काजी थाना स्थित जरवल रोड मोहल्ला क्षेत्र का रहने वाला है। उसके पिता का नाम शकील खान है। बहराइच के एएसपी कुंवर ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि मसूद खान दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में कानून का छात्र है। वह बीते दो साल से कैम्पस फ्रेंड ऑफ इंडिया नाम के संगठन से जुड़ा हुआ है। यह संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की छात्र शाखा है। आपको बता दें कि यूपी पुलिस ने सोमवार को दिल्ली से हाथरस जा रहे पीएफआई के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया था।