हनुमान जयंती का पर्व बजरंगबली के भक्तों के लिए बेहद खास और महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन हनुमान भक्त पूजा-अर्चना करते हैं। पवनपुत्र हनुमान जी वीरता, बुद्धि, भक्ति और समर्पण के प्रतीक हैं। वहीं प्रभु श्रीराम के परम भक्त पवनपुत्र हनुमान का जन्मोत्सव इस साल पूरे देश में आज मनाया जाएगा।
हनुमान जन्मोत्सव पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर सूर्य देव को जल अर्पित करते हुए पूजा का संकल्प लें। फिर उत्तर-पूर्व दिशा में चौकी रखें और उस पर लाल कपड़ा बिछा दें। फिर चौकी पर हनुमान जी और भगवान राम की प्रतिमा रखें। फिर हनुमान जी को जनेऊ, लंगोट,चोला, सिंदूर, तुलसीपत्र और पान का बीड़ा चढ़ाते हुए हनुमान जी की पूजा आरंभ करें।
ग्रहों का शुभ संयोग
आज रामभक्त भगवान हनुमान का जन्मोत्सव है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बजरंगबली का प्रागट्य चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि,मंगलवार और चित्रा नक्षत्र में हुआ था। आज हनुमान जयंती पर ग्रहों का दुर्लभ संयोग बना हुआ है। आज मंगलवार है और पूर्णिमा तिथि सूर्योदय के साथ ही शुरू हो गई है। आज सिद्धि, पारिजात, पर्वत और अधियोग का संयोग बना हुआ। इन चार शुभ योग के कारण हनुमान जी की पूजा बहुत ही शुभफलदायी हो गई है।
आज मंगलवार होने के साथ-साथ रवि योग, चित्रा नक्षत्र का संयोग भी है। इसके अलावा ग्रहों का संयोग भी दुर्लभ रूप से बना हुआ है। मीन राशि जो कि गुरु ग्रह की राशि है, इसमें कई ग्रहों की युति बनी हुई है। मीन राशि में पंचग्रही योग का संयोग है। इसके अलावा मेष राशि में बुध और सूर्य की युति से बुधादित्य योग, मंगल के उच्च राशि मीन में होने से मालव्य योग भी बना है। इतने सारे शुभ योग में हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की पूजा करने पर विशेष फलदायी रहेगा।
शुभ मुहूर्त
हनुमान जयंती पर भगवान हनुमान की विशेष रूप से पूजा की जाती है। शुभ मुहूर्त में बजरंगबली की पूजा करने से विशेष शुभफलों की प्राप्ति होती है।
पहला शुभ मुहूर्त- आज 23 अप्रैल को सुबह 09 बजकर 03 मिनट से दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक।
दूसरा शुभ मुहूर्त- 23 अप्रैल को रात 08 बजकर 14 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 35 मिनट तक
ब्रह्रा मुहूर्त- सुबह 4 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 04 मिनट तक
अभिजीत मुहूर्त – सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक