सक्ती | Food Poisoning: सक्ती जिले के डभरा ब्लॉक के डोमनपुर में रामसप्ताह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बहुत सारे लोग शामिल हुए, खासकर महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक थी। लेकिन कार्यक्रम के बाद जो प्रसाद बांटा गया, उसके बाद कई लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी। इससे वहां मौजूद 100 से अधिक लोगों को फूड प्वाइज़निंग की शिकायत हो गई। अब तक 25 लोग अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं, जिन्हें मेडिकल टीम द्वारा इलाज किया जा रहा है। वहीं, स्थानीय प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है.
बता दें कि रामसप्ताह कार्यक्रम में शामिल होने सभी महिला पुरुष वह पहुंचे थे. इस दौरान पोहा और रसगुल्ला खाने से वे सभी फ़ूड प्वाइज़निंग का शिकार हो गए. धार्मिक कार्यक्रम के बाद सभी को प्रसाद के रूप में पोहा और रसगुल्ला बांटा गया. प्रसाद खाने वाले लोग कुछ देर के बाद उलटी करने लगे. कुछ लोगों को पेट दर्द और दस्त की शिकायत होने लगी. बीमार होने वाले लोगों में महिलाओं, बच्चों की संख्या ज्यादा थी. इस तरह लगभग 100 से ज्यादा लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए. तुरंत सभी को डभरा, चंद्रपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया।
फ़ूड पॉइजनिंग से बचाव
ओ.आर.एस लें (ORS) – फ़ूड पॉइजनिंग के दौरान शरीर में पानी की कमी हो जाती है, इसी कमी को दूर करने के लिए समय-समय पर ओ.आर.एस लेना चाहिए। अगर रोगी को सादे पानी की जगह इसका सेवन करता है तो उसे जल्द से आराम मिल सकता है।
सादा भोजन लें – फ़ूड पॉइजनिंग होने का सबसे प्रमुख कारण खराब और ज्यादा मसालेदार खाना होता है। ऐसे में अगर रोगी सादा खाना लेता है तो वह जल्द हो सकता है। फूड पॉइजनिंग होने पर रोगी को तेल, मसालों और ज्यादा मिर्च से दूर ही रहना चाहिए। रोगी ऐसे में दलिया, खिचड़ी, रोटी और सादी सब्जी को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
दही और छाछ का इस्तेमाल करें – अगर आप फूड पॉइजनिंग से जूझ रहे हैं तो आपको अपने आहार दही या छाछ को शामिल करना चाहिए। इससे पेट में ठंढक पहुँचती है और पेट में पानी की कमी दूर होती है।
सफाई का ध्यान रखें – फ़ूड पॉइजनिंग होने पर रोगी के आसपास साफ़-सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि यह फूड पॉइजनिंग होने के कारणों में से एक है। हाथ-पैरों को साफ़ करने की सफाई करने के साथ-साथ बर्तनों की सफाई का भी खास ध्यान रखें।