- निगम और स्वास्थ्य विभाग एक दूसरे पर लगा रहे आरोप प्रत्यारोप
- निगम कह रहा पानी साफ
- अमृत मिशन के दूषित पानी से फैला पीलिया : स्वास्थ्य विभाग
बिलासपुर। CG NEWS : तारबाहर क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक पीलिया के मरीज मिलने के बाद अब नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने एक दूसरे पर बीमारी फैलने को लेकर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अमित मिशन के दूषित जल से पीलिया फैलने का दावा कर रहे हैं वही नगर निगम अधिकारी पानी के साफ होने का हवाला देकर दूषित भोजन को इसका कारण बता रहे हैं।
सीएमएचओ डॉ प्रभात श्रीवास्तव ने बताया की ताबाहर क्षेत्र में पिछले चार दिनों में करीब 25 से अधिक पीलिया के मरीज सामने आ चुके हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद नगर निगम ने सफाई करने के साथ लार्वा छिड़काव और पेय जल पाइपलाइन का कनेक्शन बदला था। स्वास्थ्य विभाग ने भी तारबाहर क्षेत्र में घर-घर पीलिया से बचाव के लिए टेबलेट और अन्य दवाइयां का वितरण भी किया। अब इस पीलिया बीमारी के फैलाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम द्वारा सप्लाई किया जा रहे अमृत मिशन पाइपलाइन के पानी पर सवाल उठाया है अमित मिशन की पाइपलाइन से सप्लाई के कारण ही पीलिया फैलने का दावा सीएमएचओ ने किया है।
इस मामले में नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी अनुपम तिवारी का कहना है कि क्षेत्र में सप्लाई हो रही पानी की जांच कर ली गई है पानी दूषित नहीं है और पीने के योग्य है। तारबाहर क्षेत्र में पीलिया फैलने का मुख्य कारण दूषित भोजन है। जहां पीलिया फैला है वहां कुछ दिन पूर्व शादी समारोह के लिए खुली नाली के पास भोजन पकाया गया था और इसी के कारण पीलिया फैला है। ऐसा नहीं है कि तारबाहर क्षेत्र में जल जनित बीमारी फैलने का या पहला मामला है इससे पहले भी यहां डायरिया फैल चुका है। बहरहाल पीलिया फैलने के कारणों का पता नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अब तक नहीं लगा पाए हैं।
रोग के लक्षण –
- ए प्रकार के पीलिया और नान ए व नान बी तरह के पीलिया रोग की छूत लगने के तीन से छः सप्ताह के बाद ही रोग के लक्षण प्रकट होते हैं।
- बी प्रकार के पीलिया (वायरल हैपेटाइटिस) के रोग की छूत के छः सप्ताह बाद ही रोग के लक्षण प्रकट होते हैं।
पीलिया रोग के कारण है –
- रोगी को बुखार रहना।
- भूख न लगना।
- चिकनाई वाले भोजन से अरूचि।
- जी मिचलाना और कभी कभी उल्टियॉं होना।
- सिर में दर्द होना।
- सिर के दाहिने भाग में दर्द रहना।
- आंख व नाखून का रंग पीला होना।
- पेशाब पीला आना।
- अत्यधिक कमजोरी और थका थका सा लगना