धनबाद। झारखंड के धनबाद में सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता शंकर रवानी और उनकी पत्नी की निर्मम हत्या कर दी गई है। वारदात को देररात अंजाम दिया गया है। जानकारी के मुताबिक बदमाशों ने पहले गोली मारी है, उसके बाद गला भी रेत दिया है। दोनों का शव उनके घर के आंगन में खून से लथपथ मिला। धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक असीम विक्रांत मिंज ने इस बात की जानकारी दी है।
धनबाद के एसएसपी ने बताया कि सुदामडीह थाना इलाके के भौंरा गांव में शंकर रवानी और उनकी पत्नी बालिका देवी की शनिवार की देर रात हत्या कर दी गई। दोनों का शव रविवार सुबह लहूलुहान अवस्था में उनके घर से मिला है। मौके से पुलिस ने खोखा भी बरामद किया है। 50 वर्षीय शंकर रवानी जेएमएम धनबाद महानगर कमेटी के उपाध्यक्ष थे।
बताया जा रहा कि घर में कोई चहल-पहल नहीं होने पर स्थानीय लोगों को शक हुआ। जिसके बाद हत्या के मामले का खुलासा हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही सिंदरी के डीएसपी एके सिन्हा, भौरा ओपी प्रभारी कालिका राम, सुदामडीह थाना प्रभारी और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। डीएसपी ने बताया कि घटनास्थल से पुलिस ने चाकू और नाइन एमएम का एक खोखा जब्त किया है।
पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में हत्या का कारण आपसी रंजिश और राजनीतिक द्वेष ही माना जा रहा है। शंकर की हत्या की जानकारी पाकर सिंदरी में रहने वाली उनकी बहन और अन्य परिजन मौके पर पहुंचे। परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। शंकर रवानी का 22 वर्षीय एक बेटा करण है, जो शहर के बाद बाहर पढ़ाई कर रहा है। साल 2017 में आपसी रंजिश को लेकर शंकर रवानी के बेटे 25 वर्षीय कुणाल रवानी की हत्या भी इसी तरह अपराधियों ने कर दी थी।