रायपुर। वह क्षण बेहद मार्मिक होता है, जब किसी की मौत हो जाती है और चार कांधे के लिए पार्थिव शरीर को इंतजार करना पड़ता और परिजन आस लगाए बैठे रहते हैं। आज राजधानी के गुढ़ियारी इलाके में भी ऐसा ही कुछ देखने में आया, जहां जनता काॅलोनी निवासी बुजुग 85 वर्षीय सुरेश जोशी, जो अपनी पत्नी के साथ निवासरत थे, अंतिम सांसे ली। पत्नी के अलावा परिवार में और कोई नहीं है। ना ही कोई रिश्तेदार जिसे तत्काल बुलाया जा सके और ना ही कोई संतान, जिसके आने का इंतजार करें। ऐसे में गुढ़ियारी थाना प्रभारी रविशंकर तिवारी ने उनकी अंतिम यात्रा को महत्व दिया और पूरी टीम के साथ पहुंचे गए। तत्काल अंतिम संस्कार की तमाम व्यवस्थाएं कराई और खुद कांधा देकर मुक्तिधाम गए।
संतान नहीं होने की वजह से दिवंगत बुजुर्ग की पत्नी ने उन्हें मुखाग्नि दी। पत्नी ने कहा कि वे बुजुर्ग के निधन के बाद काफी सदमे में थी,कोई संतान व रिश्तेदार ना होने पर कुछ भी समझ नही आ रहा था, जिसके बाद इन कठिन परिस्थितियों में पुलिस वालों ने जिस तरह से उनकी मदद की, वास्तव में मानवता की मिसाल है। वहीं गुढ़ियारी थाना प्रभारी रविशंकर तिवारी ने कहा कि पुलिस आमजनों की मदद के लिए ही है और ऐसी कठिन घड़ी में जब दुःख की बात हो, तो सबसे पहला कर्तव्य बन जाता है।