नई दिल्ली | Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के नतीजों की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, वैसे ही राजस्थान के प्रसिद्ध फलोदी सट्टा बाजार के पूर्वानुमानित आकलन ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। लोकसभा चुनाव मतदान के 5 चरण पूरे हो चुके हैं। बाकि के दो चरण का मतदान 25 मई और 1 जून को होगा।
अब इस बात को लेकर अटकलें तेज हैं कि कौन सी पार्टी बहुमत हासिल करेगी और केंद्र में अगली सरकार बनाएगी। फलोदी सट्टा बाजार का सटीक भविष्यवाणियों का इतिहास रहा है। फिर चाहे वह चुनाव हो, क्रिकेट मैच हो या मौसम की भविष्यवाणी हो।
बीजेपी को कितनी सीट
फलोदी सट्टा बाजार भाजपा के दमदार प्रदर्शन की बात कर रहा है। सट्टा बाजार की भविष्यवाणी है कि बीजेपी 13 मई, 2024 तक लगभग 300 सीट जीतेगी। इसके विपरीत, कांग्रेस को केवल 40-42 सीटें हासिल करने का अनुमान है। यह उनके 2019 के लोकसभा चुनाव में हासिल 52 सीटों से भी कम है।
बाकी सीटों का बंटवारा अन्य पार्टियों में होने की उम्मीद है। यदि ये भविष्यवाणियां सच होती हैं, तो यह फलोदी सट्टा बाजार के आकलन की सटीकता को मजबूत करेगी।
यूपी में कैसा रहेगा हाल
उत्तर प्रदेश में कम मतदान प्रतिशत के बावजूद, बीजेपी को अभी भी 80 में से 62 से 65 सीटें जीतने का अनुमान है। राष्ट्रीय स्तर पर सट्टा बाजार का अनुमान है कि भाजपा को 280 से 290 सीटें मिलेंगी। जबकि कांग्रेस 70 से 85 सीटें जीत सकती है।
मीडिया रिपोर्टों और फलोदी सट्टा बाजार से संकेत मिलता है कि भाजपा का लक्ष्य यूपी की सभी 80 लोकसभा सीटों पर कब्जा करना है। कुल मिलाकर 335 से 340 सीटें जीतने का विश्वास है। अंतिम चरण में मतदान प्रतिशत में वृद्धि से भाजपा की सीटों की संख्या 30-35 सीटों तक बढ़ सकती है।
कैसी रही पिछली भविष्यवाणियां
लोकसभा चुनाव से पहले, भाजपा ने दावा किया था कि वे 400 से अधिक सीटें जीतेंगे। इस अबकी बार 400 पार के दावे की एक वजह राम मंदिर का निर्माण भी बताया जा रहा था। हालांकि, फलोदी सट्टा बाजार ने उस वक्त भी बीजेपी को करीब 320 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था।
फलोदी सट्टा बाजार की सटीकता
फलोदी सट्टा बाजार अपनी सटीक भविष्यवाणियों के लिए प्रसिद्ध है। जैसे-जैसे चुनाव परिणाम का दिन करीब आता है, सट्टा बाजार में गतिविधि तेज हो जाती है। इससे संभावित सरकार गठन के बारे में शुरुआती संकेत मिलते हैं।
फलोदी सट्टा बाजार एक लंबे समय से स्थापित सट्टेबाजी बाजार है। यहां जहां चुनावों के दौरान सभी लोकसभा सीटों सहित विभिन्न आयोजनों पर दांव लगाए जाते हैं।