Heat Stroke : राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में गर्मी का कहर जारी है. इतनी तेज गर्मी के कारण लोगों को कई समस्याएं हो सकती हैं. तापमान बढ़ने से हीट स्ट्रोक ( लू लगना) , डिहाइड्रेशन ( शरीर में पानी की कमी) और हार्ट अटैक जैसी बीमारियां तेजी से बढ़ती हैं.
इन्हें भी पढ़ें : HEALTH NEWS: गर्मी अपने शबाब पर..क्या लू लगने से भी हो सकती है मौत? डॉक्टरों से जानिए इसके जोखिम और बचाव के तरीके
अत्यधिक गर्मी से शिशुओं, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए गंभीर खतरा हो सकता है. तापमान 50 डिग्री के करीब पहुंचने से हीट स्ट्रोक यानी लू लगने का खतरा दोगुना हो जाता है. हीट स्ट्रोक के कारण हार्ट अटैक भी आ सकता है.
Heat Stroke : हीट स्ट्रोक हार्ट अटैक का कैसे बनता है कारण?
ज्यादा गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है. जिसकी वजह से खून का वॉल्यूम कम होने लगता है दिल पर इससे प्रेशर पड़ता है. हार्ट पर प्रेशर पड़ने के कारण दिल का दौरा पड़ने का रिस्क होता है. गर्मी में शरीर से पसीना भी ज्यादा बहता है. इससे शरीर में सोडियम की मात्रा कम हो जाती है. यह हार्ट की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को सही से काम नहीं करने देता है. इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी सही न होने से हार्ट बीट बहुत तेज हो जाती है और इससे भी दिल पर प्रेशर पड़ता है. चूंकि इतने तापमान में हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ जाते हैं तो ऐसे में हार्ट अटैक के केस भी बढ़ जाते हैं.
Heat Stroke : हीट एग्ज़ॉस्शन के मामले भी बढ़ेंगे
तापमान से हीट एग्ज़ॉस्शन (गर्मी से होने वाली थकावट) के मामले बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से लोगों को पेट में दर्द, मितली- उल्टी और दस्त की समस्या हो रही है. गर्मी की वजह से थकावट (हीट एग्ज़ॉस्शन) महसूस करने वाले मरीजों में घबराहट, कमजोरी, सिरदर्द जैसी परेशानी भी देखी जा रही है.
हीट एग्ज़ॉस्शन और हीट स्ट्रोक दोनों बीमारियों के लक्षण और बचाव के बारे में जानिए
Heat Stroke : हीट स्ट्रोक के लक्षण क्या हैं
- चक्कर आना, बेहोशी
- सूखी लाल और गर्म त्वचा
- जी मिचलाना
- 105 डिग्री फ़ारेनहाइट या इससे अधिक तापमान
- गर्मी, उमस के बावजूद पसीना नहीं आना
- हीट स्ट्रोक होने पर क्या करें
- अपने आप पर पानी छिड़के
- सिर को कपड़े से कवर कर लें
- कोई भी तरल पदार्थ न पियें
- तुरंत अस्पताल जाएं
तेज गर्मी से कैसे करें बचाव
- इससे बचने के लिए आपको पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए (करीब 2 से 3 लीटर प्रतिदिन)
- बाहर जाएं तो अपने सिर को टोपी से ढककर रखें
- हल्के-फुल्के सूती कपड़े पहने
- बाहर से घर वापस आकर सीधा नहाने न जाएं और 20 से 30 मिनट के बाद स्नान करें
- बच्चों और बूढ़ों को घरों से बाहर नहीं निकलने दें
- अगर पसीना ज्यादा आता है तो पानी में नमक और चीनी मिलाकर पिएं
- दिन में इस समय चाय-कॉफी न पिएं
- ऑइली खाने से बचें
- पानी वाले फलों का सेवन ज्यादा करें