रायपुर। पद्मभूषण तीजनबाई हमर छत्तीसगढ़ के मान हे. कापालिक शैली के पहिली पंडवानी गायिका हा जम्मो दुनिया में हमर प्रदेस के सम्मान बढ़ाए हे। आज ओखर जन्मदिन के अवसर मा रचनात्मक, स्वस्थ अउ दीर्घायु जीवन के कामना हे, तीजन बाई ला पर साल पद्मविभूषण घलो मिल गे हे, मतलब पद्म के सर्वोच्च सम्मान।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी में ट्वीट करते हुए पंडवानी गायिका तीजनबाई को आज उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं दी है। गौरतलब है कि पंडवानी लोक गीत नाट्यशैली को वैश्विक स्तर पर पहचान देने वाली तीजनबाई का छत्तीसगढ़ के गनियारी गांव में आज के दिन ही जन्म हुआ था। नाना से महाभारत की कथाएं सुनी और उमेद सिंह देशमुख ने प्रशिक्षण दिया, 13 साल की उम्र में पहली बार वे मंच पर पहुंची। वे पहली महिला थी जिन्होंने कापालिक शैली में खड़े होकर पंडवानी का प्रदर्शन किया। वे अब भी काफी सक्रिय है और उनके जीवन पर बायोपिक फिल्म भी प्रस्तावित है।