लखनऊ । राजधानी लखनऊ में विधान भवन के सामने मंगलवार को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला की बुधवार को सिविल अस्पताल में मौत हो गई है। सिविल अस्पताल के प्रबंधन का कहना है कि वह गंभीर हालत में सिविल अस्पताल आई थी। वहींं आत्मदाह के मामले में पूर्व राज्यपाल सुखदेव प्रसाद के बेटे को हिरासत में लेकर महाराजगंज और लखनऊ पुलिस पूछताछ कर रही है। सुखदेव प्रसाद का बेटा मूलरूप से महाराजगंज का ही रहने वाला है। यहां गोमतीनगर में रहता है। उससे लखनऊ में ही पूछताछ हो रही है।
पुलिस छानबीन में सामने आया है सुखदेव प्रसाद के बेटे समेत कुछ अन्य लोगों से महिला घटना से पहले संपर्क में थी
मूलरूप से छत्तीसगढ़ निवासी अंजली तिवारी ने दो वर्ष पूर्व घुघली थानाक्षेत्र के पचरूखिया निवासी अखिलेश तिवारी से शादी की थी। इस दौरान दोनों में विवाद हुआ और अंजली अलग रहने लगी। कुछ दिन बाद अंजली ने महराजगंज में ही राजघराना साड़ी सेंटर पर कार्य शुरू कर दिया। कार्य के दौरान ही वीरबहादुर नगर निवासी आशिक रजा से संबंध हो गया। अंजली का दावा है कि उन दोनों ने निकाह कर लिया। अंजली ने अपना धर्म परिवर्तन कराकर नाम भी आयशा कर लिया। बाद में आशिक रजा सऊदी अरब भाग गया। आशिक के जाने के बाद अंजली उसके घर में रहने की जिद करने लगी।
चार अक्टूबर को वह अपने कथित पति के घर के सामने धरने पर बैठ गई। बाद में मौके पर पहुंची महाराजगंज पुलिस उसे लेकर महिला थाने गई थी, लेकिन मामले का हल नहीं निकल पाया। अंजली ने 13 अक्टूबर को आत्मदाह की बात को लेकर नोटिस दिया था। उसकी तलाश में महिला एसओ मनीषा सिंह को लखनऊ भेजा गया था। इंस्पेक्टर हजरतगंज अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि महिला एसओ ने घटना से 15 मिनट पहले ही उनसे संपर्क किया था, पुलिस काे तुरंत अलर्ट किया गया, लेकिन फिर भी अंजली ने खुद को आग के हवाले कर लिया।