नई दिल्ली। डिजिटल फाइनेंशियल सर्विस प्लेटफॉर्म पेटीएम ने सोमवार को कहा कि वो ‘Next Generation Credit Cards’ तैयार कर रही है. इस खास पेशकश के जरिए PAYTM चाहती है कि देश में बड़े स्तर पर लोगों के पास खुद का क्रेडिट कार्ड उपलब्ध हो. साथ ही, डिजिटल इकोनॉमी के माहौल में नये क्रेडिट कार्ड यूजर्स को जोड़ने में मदद मिलेगी. देश के क्रेडिट कार्ड मार्केट के लिए यह एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है. पेटीएम का लक्ष्य है कि अगले 12 से 18 महीने में करीब 20 लाख क्रेडिट कार्ड्स जारी किए जाएं.
पेटीएम अपने ऐप पर एक इनोवेटिव डिजिटल एक्सपीरिएंस को डिजाइन कर रही है ताकि यूजर्स अपने कुल खर्च को मैनेज कर सकें. यूजर्स को अपने कार्ड पर पूरी तरह से कंट्रोल भी होगा. इसके लिए पेटीएम कार्ड जारी करने वाली कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करेगी.
>> पेटीएम के इस नेक्स्ट जेनरेशन क्रेडिट कार्ड्स में इंस्टैंट वन-टच सुविधाएं होंगी. इससे यूजर्स को सिक्योरिटी पिन नंबर बदलने, एड्रेस अपडेट करने, कार्ड ब्लॉक करने, डुप्लीकेट कार्ड जारी करवाने और आउटस्टैंडिंग क्रेडिट लिमिट पता करने जैसे काम खुद ही कर सकेंगे.
>> इस कार्ड में भी कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन के लिए कार्ड को स्विच ऑन या ऑफ करने की सुविधा होगी. यूजर्स के पास अपने कार्ड पर इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन बंद करने की भी सुविधा होगी.
>> किसी फ्रॉर्ड के शिकार होने की सूरत में यूजर्स के पैसे को सुरक्षित करने के लिए पेटीएम क्रेडिट कार्ड पर इंश्योरेंस की भी सुविधा होगी. इस सर्विस को यूजर्स द्वारा पेटीएम क्रेडिट कार्ड खर्च से जोड़ा जाएगा.
>> पेटीएम क्रेडिट कार्ड के अप्लाई करने से लेकर जारी होने तक के पूर प्रोसेस को ऐप के जरिए ट्रैक किया जा सकता है. यूजर्स ऐप के जरिए ही कार्ड या डॉक्युमेंट कलेक्ट करने के लिए उचित समय चुन सकते हैं.
>> पेटीएम क्रेडिट कार्ड के एप्लीकेशन प्रोसेस को कुछ इस तरह से तैयार किया जाएगा ताकि एप्लीकेशन रिजेक्शन रेट को कम किया जा सके. इससे ज्यादा से ज्यादा लोग फॉर्मल क्रेडिट सिस्टम का हिस्सा बन सकेंगे.
>> पेटीएम क्रेडिट कार्ड के जरिए हर ट्रांजैक्शन पर रिवॉर्ड प्रोग्राम भी है, जिसमें एश्योर्ड कैशबैक मिलेगा. जमा होने वो रिवॉर्ड प्वॉइंट्स की कोई एक्सपायरी डेट नहीं होगी यूजर्स इसे पेटीएम इकोसिस्टम में कभी भी इस्तेमाल कर सकेंगे.