जम्मू। आतंकवादियों ने सोमवार की शाम जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ भट्ट की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी जब वह नमाज पढ़ने के बाद पिता से मिलने जा रहे थे। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है तथा हमलावरों की तलाश तेज कर दी है। घटना को किस आतंकी गुट ने अंजाम दिया इसका अभी पता नहीं चल पाया है। जिला पुलिस लाइन में देर रात इंस्पेक्टर को श्रद्धांजलि के बाद उनका पार्थिव शरीर परिवार को सौंप दिया गया।
पुलिस के अनुसार, पुलवामा जिले के लेथपोरा में तैनात इंस्पेक्टर मोहम्मद अशरफ भट्ट अनंतनाग के बिजबिहाड़ा के चांदपोरा में परिवार के साथ रहते थे। उनके पिता दूसरे घर में रहते हैं। सोमवार की शाम लगभग साढ़े 6.30 बजे वह नमाज पढ़ने के लिए पास की मस्जिद में गए और वहां से लौटते समय पिता की खैरियत पूछने के लिए जा रहे थे।
घर के बाहर ही अज्ञात आतंकियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं अशरफ वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़े, और हमलावर वहां से भाग निकले। गोलियां चलने की आवाज सुनते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उन्हें तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और हमलावरों की तलाश तेज कर दी है। अभी तक किसी भी संगठन ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है।
हमलावरों को ढूंढ निकालेंगे
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने कहा, अशरफ की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। जिसने भी घटना को अंजाम दिया है हम उन्हें जल्द ढूंढ निकालेंगे। जम्मू-कश्मीर पुलिस पीड़ित परिवार के साथ है। परिवार की हर संभव मदद की जाएगी। अशरफ के परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां व एक बेटा है। जबकि उनके मां-पिता दूसरे घर में रहते हैं।
इस वर्ष अब तक पुलिस के 20 जवान शहीद
इस वर्ष जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों मे अब तक पुलिस के 20, सीआरपीएफ़ के 21 और सेना के सेना 15 जवान शहीद हुए हैं। सेना के अधिकतर जवान एलओसी पर शहीद हुए हैं।