गरियाबंद – रक्षाबंधन के अवसर में जिले के उपजेल भाई बहन के बीच अटूट प्रेम का नजारा देखने को मिला। नम आंखों से भाई को निहारते हुए बहनों ने जेल में निरुद्ध अपने भाइयों के हाथ में राखी सजाई, उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना की। इसके साथ ही बुराई छोड़कर सत्मार्ग में चलने का वचन भी लिया।
ज्ञात हो कि कोरोना का साया हटने के बाद प्रशासन ने इस वर्ष भाई बहन और परिजनों को प्रत्यक्ष रूप से मिलने और राखी बांधने की छूट दी। जिसके चलते गरियाबंद सहित दीगर राज्य और जिलों से भी बहनें यहां निरुद्ध भाइयों को राखी बांधने पहुंची थी। सुबह 9 बजे से ही यहां बहनों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। जेल प्रशासन ने भी 9 बजे से मिलने के लिए गेट खोल दिए थे। जिसके चलते कार्यालय के पास हाल में सुकून से बैठ कर भाई बहन ने अपने सुख दुख बांटे, परिजनों का हाल चाल पूछा और रक्षाबंधन का पर्व मनाया। उपजेल प्रशासन ने बताया कि जेल में 162 कैदी है। जिसमें 161 विचाराधीन है। एक सजा याप्ता है। दोपहर एक बजे तक 38 बहनें राखी बांधने पहुंची थी।
इधर रक्षा बंधन के अवसर पर भाइयों ने छोटी बहनों को शुभाशीष दिया, वही बड़ी बहन के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। माता पिता और भाई से गले मिले। पुरानी घटना के लिए अफसोस जाहिर किया। वहीं कैदियों ने मिलने आए अपने बच्चों को भी खूब निहारा। इस दौरान कुछ देर के लिए भाई बहन की आंखे भी नम रहीं। बहनों ने आरती उतारी, राखी बांधी और मिठाई खिलाकर मुंह मीठा भी कराया। दूसरी ओर रक्षाबंधन को देखते हुए प्रशासन ने भी उनकी मदद की। आरती की थाली आदि का प्रबंध किया।
उल्लेखनीय है कि बीते तीन साल कोरोना वायरस के संक्रमण और एहतियातन सुरक्षा के चलते रक्षाबंधन के आयोजन पर रोक लगी थी। मुख्य गेट में ही बंदियो के लिए आई राखी को जमा कर बहनों को लौटा दिया जा रहा था। पिछले साल भी इसे लेकर सरकारी फरमान जारी हुआ था। इस साल आयोजन पर लगी रोक हटाई गई। जिससे कुशलता से बहने अपने भाई से मिल पाई।
जेल प्रभारी हितेंद्र कुमार ठाकुर ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार उपजेल में रक्षाबंधन के अवसर पर निरुद्ध कैदियों को प्रत्यक्ष रूप से राखी बांधने की छूट दी गई। पिछले तीन साल से कोरोना संक्रमण के चलते इसमें रोक लगी थी। इस बार पर्याप्त समय प्रदान कर मिलने दिया गया हैं। बहनें उत्साह से राखी बांध कर पर्व की परंपरा पूर्ण कर रही है। एक बार में पांच कैदियों को राखी बांधने बैराक से बाहर भेजा रहा है।
इधर, रक्षाबंधन पर जिले के खासा उत्साह देखने को मिल रहा। सुबह से सड़को और मिठाई दुकानों के लोगो की भीड़ है। बसों में भी काफी भीड़ देखने के मिल रही है। पर्व के दिन भी बाजार में जमकर राखी की खरीदी हो रही है। ज्योतिष शास्त्रों के मुताबिक दोपहर 1:30 बजे के बाद शुभ मुहूर्त है। इसके बाद रक्षा बंधन शुरू हो जाएगा।