डिजिटल भुगतान को और भी सुरक्षित और सरल बनाने के उद्देश्य से, अब सरकार ने यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में एक नया फीचर पेश कर दिया है, जिसे “UPI सर्किल डेलिगेटेड पेमेंट सर्विस” कहा जा रहा है।
अब एक ही UPI ID का उपयोग कई लोग कर सकेंगे, जिससे डिजिटल लेन-देन करना और भी आसान हो जाएगा। हालांकि यह सुविधा आम लोगों के लिए थोड़ी नई रहेगी।दरअसल नई सुविधा खासियत यह है कि यह सुविधा उपयोगकर्ताओं को अपने UPI अकाउंट के साथ पांच अन्य लोगों को जोड़ने की भी इजाजत देती है, जिन्हें “सेकेंडरी यूजर्स” के रूप में जाना जाएगा। जानकारी के अनुसार इन सेकेंडरी यूजर्स को एक तय सीमा के भीतर UPI के जरिए भुगतान करने की अनुमति दी जाएगी। वहीं यह सुविधा खासकर उन लोगों के लिए लाभकारी होगी जो अपने बैंक खाते से जुड़े डिजिटल भुगतान की जिम्मेदारी किसी विश्वसनीय व्यक्ति को सौंपना चाहते हैं।
UPI सर्किल का संचालन कैसे होता है?
बता दें कि UPI सर्किल में मुख्य उपयोगकर्ता अपने UPI अकाउंट से एक या अधिक लोगों को सेकेंडरी यूजर के रूप में लिंक कर सकता है। लिंक होने के बाद, सेकेंडरी यूजर्स अपने मोबाइल डिवाइस के माध्यम से मुख्य उपयोगकर्ता के UPI अकाउंट से भुगतान कर सकते हैं।दरअसल UPI सर्किल डेलिगेटेड पेमेंट सर्विस का मकसद उन लोगों के लिए एक सरल डिजिटल समाधान पेश करना है, जिन्हें अपने बैंक खाते से जुड़े छोटे-मोटे लेन-देन को प्रबंधित करने में दूसरों की सहायता की जरूरत होती है। इस सुविधा का उपयोग कई स्थितियों में किया जा सकता है, जैसे माता-पिता अपने बच्चों की कॉलेज की फीस भरने के लिए UPI सर्किल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
यहां जानिए कितनी होगी मासिक लेन-देन की सीमा?
जानकारी के मुताबिक इस सुविधा के तहत, मुख्य उपयोगकर्ता (अकाउंट होल्डर) अपने UPI अकाउंट से जुड़े सेकेंडरी यूजर्स को एक महीने में अधिकतम ₹15,000 तक का लेन-देन करने की अनुमति दे सकता है। हालांकि, इसे एक बार में देखा जाए तो यह अधिकतम ₹5,000 का ही ट्रांजैक्शन कर सकता है।