Hartalika Teej 2024: देश में हरतालिका तीज का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जानें वाला है। खासकर उत्तर भारत के राज्यों में इस त्यौहार का विशेष महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए व्रत रखती हैं।
हरतालिका तीज का नाम हरतालिका इसलिए पड़ा क्योंकि माता पार्वती को उनके पिता द्वारा भगवान विष्णु से विवाह के लिए प्रस्तावित किया गया था। लेकिन देवी पार्वती ने भगवान शिव से विवाह की इच्छा जताई थी। उनके सहेलियों ने उन्हें ‘हर’ लिया और एक गुफा में ले जाकर भगवान शिव का ध्यान करने का अवसर दिया। इसी उपवास और तपस्या के फलस्वरूप उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
सुहागिन महिलाएं इसी श्रद्धा के साथ निर्जला व्रत रखती हैं। पूरे दिन बिना पानी के रहकर, व्रती महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और उनकी कथा सुनती हैं।
महिलाओं के इस कठिन व्रत के बाद, शाम को पूजा अर्चना करने के बाद व्रत का पारण किया जाता है। इस पर्व का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व जितना अधिक है, उतनी ही धार्मिकता और भक्ति से इसे मनाया जाता है।