तमिलनाडु की राजधानी चैन्नई में गुरुवार तड़के तेज आंधी और बिजली गिरने के साथ भारी बारिश हुई। जानकारी के अनुसार, बारिश कई घंटों तक जारी रही, जिसके परिणामस्वरूप शहर के कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज शहर में ‘आमतौर पर भारी बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहने’ की भविष्यवाणी की है। वहीं, मौसम विभाग द्वारा बुधवार को कहा गया था कि पूर्वोत्तर मानसून का अत्यधिक दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में प्रभाव दिख रहा है, जिसमें तमिलनाडु और केरल शामिल हैं।
चेन्नई के कई हिस्सों में बारिश से हाल बेहाल है। आवासीय क्षेत्रों में पानी के प्रवेश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहां से कुछ तस्वीरें और वीडियो भी सामने आई हैं।
बताया गया कि मानसून 28 अक्टूबर को 13 दिन की देरी के बाद देश से वापस चला गया, जबकि इसकी सामान्य वापस लौटने की तारीख 15 अक्टूबर थी। 1 से 28 अक्टूबर के बीच देश में 7% अधिक वर्षा दर्ज की गई। देश के अधिकांश हिस्सों में वर्षा की गतिविधि में उल्लेखनीय कमी के कारण मौसम विभाग ने मानसून की वापसी की घोषणा कर दी थी, लेकिन मानसून की बारिश चालू रही। विभाग ने 30 सितंबर की तारीख बताई थी मानसून की वापसी को लेकर।
#WATCH: Rainfall triggers water logging in parts of Chennai, Tamil Nadu.
India Meteorological Department (IMD) predicted 'generally cloudy sky with heavy rain' in the city today. pic.twitter.com/JteRf3FojW
— ANI (@ANI) October 29, 2020
अब उत्तर पूर्व मानसून, जो दक्षिण भारत में वर्षा को गति प्रदान करता है, बुधवार को प्रायद्वीप के चरम दक्षिणी भागों में पहुंच गया। उत्तरी तमिलनाडु (TN) तट पर बंगाल के दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण क्षोभमंडल के निचले स्तरों पर स्थित है। इसके प्रभाव में, अगले पांच दिनों के दौरान केरल, माहे, तमिलनाडु और पुदुचेरी में मध्यम गरज और बिजली के साथ छिटपुट वर्षा होने की संभावना है।
वहीं, आज गुरुवार को दक्षिणी तमिलनाडु में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई थी। और इसका असर दिखा भी।