POLITICS ON JALEBI : हरियाणा चुनाव में जलेबी चर्चा का केंद्र बिंदु बना हुआ था. राहुल गांधी ने गोहाना में मातूराम की जलेबी चखा और इसी जलेबी पर उनका बयान भी सामने आया. राहुल गांधी के ‘जलेबी फैक्ट्री ‘ वाले बयान पर पूरे चुनाव पर खूब सियासत हुई और सोशल मीडिया पर इसका मजाक भी बनाया गया. अब जब रिजल्ट सामने आया, तब फिर से जीत के जश्न में जलेबी की एंट्री की तस्वीर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सामने आई है.
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने जयपुर में बनाई जलेबी, वायरल हो गईं तस्वीरें
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल सरकार की जलेबियां बनाने की तस्वीरें इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में जश्न मनाया और जलेबी बनाकर लोगों का आभार व्यक्त किया. सीएम ने हरियाणा की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व और हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी के प्रति जनता के समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करता हूं. पार्टी अपने वादों पर खरी उतरेगी.’
हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव परिणाम निकलने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मंडी के चौहटा बाजार में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में जीत का जश्न मनाया। हरियाणा में बहुमत मिलने और जम्मू कश्मीर में शानदार प्रदर्शन से उत्साहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने लड्डू के बजाय देसी घी से बनी जलेबी लोगों में बांटी। जलेबी से भरा थाल स्वयं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उठाते हुए लोगों को जीत की बधाई दी।
हरियाणा चुनाव के दौरान से देश भर में जलेबी की बड़ी चर्चा है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता से लेकर स्थानीय नेता तक ‘जलेबी’ पर छिड़ी डिबेट का हिस्सा बनते दिखाई दिए। प्रचार के दौर में राहुल गांधी के चुनावी रैली के मंच से निकली जलेबी, रिजल्ट वाले दिन पूरे देश में सुर्खियों में हैं तो दूसरी तरफ, हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस ने फिर से EVM पर विलाप शुरू कर दिया है। इस डिबेट में छत्तीसगढ़ के नेता भी पीछे नहीं है पूर्व मंत्री और विधायक अजय चंद्रकार ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा
कांग्रेस का चुनाव चिन्ह अब पंजा के जगह जलेबी को बना देना चाहिए।
हरियाणा की जनता ने पूरे देश को हैरान कर दिया है. देश के सभी चुनावी विश्लेषकों ने, Exit Polls ने हरियाणा के बारे में जो अनुमान लगाए, वो सारे के सारे गलत साबित हुए और बीजेपी ने तीसरी बार चुनाव जीतते हुए, पिछले दो विधानसभा चुनावों से भी अच्छा प्रदर्शन किया. कांग्रेस पूरी तरह से आश्वस्त थी कि वो इस बार हरियाणा में सरकार बनाएगी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जलेबियां बंटेंगी.
लेकिन नतीजों के बाद बीजेपी आज के दिन को ‘जलेबी दिवस’ के तौर पर मना रही है. ऐसे में आइए समझते हैं कि हरियाणा के किसान, जवान और पहलवान ने तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी का साथ क्यों दिया? आज ऐसा लगता है जैसे हरियाणा की जनता ने लोकसभा चुनाव के बाद ‘भूल सुधार’ किया है. पिछले कुछ वर्षों से मोदी के विरोधियों ने लगातार ऐसी छवि बनाई कि हरियाणा के किसान मोदी से नाराज हैं, अग्निवीर योजना की वजह से हरियाणा के लोग बीजेपी के खिलाफ हैं, और विनेश फोगाट के आंदोलन की वजह से भी हरियाणा के जाट मोदी के खिलाफ हो गए हैं. लेकिन नतीजों ने ये सारी थ्योरी फेल कर दीं.
क्या है जलेबी की राजनीति
राजनीति की चाशनी में ऐसे लपेटी गई कि इंटरनेट पर उनकी खूब चर्चा होने लगी। कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने गोहाना रैली के मंच पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मातू राम की बड़ी जलेबियों का डिब्बा भेंट किया था।
राहुल गांधी ने मंच से ही इन जलेबियों के स्वाद की सराहना की और इनके निर्यात की संभावनाओं पर चर्चा की। राहुल गांधी ने कांग्रेस की विजय संकल्प रैली के मंच से जब इन जलेबियों के किसी बड़े कारखाने में तैयार किए जाने, हजारों लोगों को रोजगार मिलने तथा देश-विदेश में निर्यात करने पर फोकस किया,था तब से उन्हें खूब ट्रोल किया जा रहा है