गरियाबंद । गर्भवती महिला जो प्रसव के लिए जिला अस्पताल में आई लेकिन का प्रसव हो जाने के पश्चायत नवजात शिशु तो बच गया ,किंतु गर्भवती महिला की मौत हो गई जिसका कोरोना जांच किया गया था ,और उसका रिपोर्ट भी पॉजिटिव आया जिसके चलते महिला के शव को 24 घण्टे तक जिला अस्पताल के चीरघर में रखा रहा ।घटना के विषय मे मिली जानकारी के अनुसार गरीयाबन्द जिला के ओड़िसा सीमा में बसा ग्राम अमलिपदर से लगे ग्राम भैसमुंडी निवासी गर्भवती महिला टिकेमनी ध्रुव पति श्रीवास सिंग ध्रुव उम्र 22 वर्ष को डिलीवरी के लिए बुधवार को जिला अस्पताल लेकर आए थे ,और डिलीवरी होने के पश्चायत नवजात तो बच गया लेकिन महिला की मौत गुरुवार शाम 4 बजे हो गई ,वही महिला की कोरोना जांच में उसे पॉजिटिव पाया गया ,जिसके चलते महिला को जिला अस्पताल में रखकर प्रशासन और उसके परिजन को जिला अस्पताल बुलाया गया । लेकिन मृतक के परिजन जो कि गरीब परिवार से है जिसके चलते वे कोरोना को लेकर मृतक के अन्तिमसँस्कार के नियम कायदे को समझ नही पाए और वे पूरा दिन भटकते रहे । मृतिका का शव पूरा 24 घण्टे तक जिला अस्पताल के चीरघर में यू ही रखा रहा ।जिसका पोस्टमार्डम की औपचारिकता पूर्ण कर शुक्रवार के शाम 6 बजे शव को परिजनों के साथ गाँव के लिए रवाना किया गया । इस कोरोना संक्रमन के काल मे कोरोना से मौत हो जाने पर प्रशासान द्वारा पूरी ऐतिहात बरती जाती है इसके बावजूद प्रसव के लिए आई महिला की मौत और उसका कोरोना पॉजिटिव पाए जाना दुःखद है