रायपुर। CG BIG BREAKING : छत्तीसगढ़ में राजनीति का बड़ा फैसला होने वाला है। राज्य में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव एक साथ करवाने की तैयारी हो रही है। सरकार ने इसके लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया था, जिसकी अध्यक्षता एसीएस ऋचा शर्मा कर रही थीं। अब कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, और सरकार बुधवार को राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लेने जा रही है।
आम जनता से राय और विपक्ष का विरोध
सरकार ने इस प्रस्ताव पर आम जनता से सुझाव भी मांगे थे। इसके बावजूद, विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इस फैसले का कड़ा विरोध कर रही है। कुछ कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि एक साथ चुनाव कराना संभव नहीं है और यह प्रदेश की चुनावी प्रक्रिया को जटिल बना सकता है।
क्या होगा फायदा?
सूत्रों के मुताबिक, ऋचा शर्मा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने सुझाव दिया है कि अगर नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ होते हैं तो इससे समय, धन और मैनपॉवर की बचत होगी। इसके अलावा, विकास कार्यों पर आदर्श आचार संहिता का असर भी कम होगा, जिससे काम में तेजी आ सकेगी। वर्तमान में, दोनों चुनाव अलग-अलग होने से प्रदेश में दो बार आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होती है, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
आयोग की तैयारियों में बदलाव की संभावना
राज्य निर्वाचन आयोग पहले से ही नगरीय निकायों के चुनाव दिसंबर और पंचायत चुनाव जनवरी 2025 में कराने की तैयारी कर रहा था। लेकिन अगर सरकार दोनों चुनाव एक साथ कराने का निर्णय लेती है, तो इस कार्यक्रम में बड़ा फेरबदल करना पड़ेगा। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि एक साथ चुनाव फरवरी या मार्च 2025 में कराए जा सकते हैं।
अब देखना होगा कि बुधवार की कैबिनेट बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है, जिससे इस मुद्दे पर तस्वीर साफ हो सकेगी।