नई दिल्लीः मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल खत्म होने वाला है। उनके कार्यकाल में महज कुछ सप्ताह शेष हैं। इस बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना को भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया है और वह 11 नवंबर को पद की शपथ लेंगे।
जस्टिस संजीव खन्ना के बारे में खास बात ये हैं कि उन्होंने अभी तक किसी भी हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश की भूमिका में नहीं रहे हैं। अब वह सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनने वाले हैं। सुप्रीम कोर्ट में प्रमोट होने से पहले वह दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायाधीश थे।मूल रूप से दिल्ली के रहने वाले जस्टिस संजीव खन्ना डीयू से वकालत की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने 1983 में बार काउंसिल ऑफ दिल्ली में रजिस्ट्रेशन कराया और प्रैक्टिस शुरू कर दी। उन्होंने पहले तीस हजारी कोर्ट और साकेत कोर्ट में प्रैक्टिस की। कुछ दिन प्रैक्टिस के बाद वह दिल्ली हाईकोर्ट में शिफ्ट हो गए।
पहली बार दिल्ली हाई कोर्ट में एडिशनल जज नियुक्त किया
जस्टिस खन्ना को 24 जून 2005 को पहली बार दिल्ली हाई कोर्ट में एडिशनल जज नियुक्त किया गया। इसके बाद एक साल के अंदर ही उन्हें 20 फरवरी 2006 को परमानेंट जज नियुक्त कर दिया गया। करीब 13 साल हाईकोर्ट में बिताने के बाद 12 दिसंबर 2018 को तत्कालीन सीजेआई रंजन गोगोई की अगुवाई वाले सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने जस्टिस संजीव खन्ना को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त करने की सिफारिश की। इसके बाद वह 18 जनवरी 2019 को सुप्रीम को जज की भूमिका में पहुंच गए।