राजनांदगांव। CG NEWS : दीपावली के अवसर पर प्रतिवर्ष लक्ष्मी पूजन के दूसरे दिन गौरी गौरा विसर्जन यात्रा निकाली जाती है। राजनांदगांव शहर में भी गौरी-गौरा का पर्व हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान शहर के विभिन्न मोहल्लों के गौरा चौरा में भगवान शंकर और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित की गई और विधि विधान से इन प्रतिमाओं का शहर के मोती तालाब में विसर्जन किया गया। गांव में मनाया जाने वाले गौरी गौरा पर्व की धूम शहरों में भी नजर आती हैं। राजनांदगांव शहर में भी गौरी-गौरा का पर्व काफी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दीपावली पर्व पर मां लक्ष्मी पूजन के दूसरे दिन गौरी-गौरा विसर्जन यात्रा निकाली जाती है। भगवान शंकर के रूप में गौर और माता पार्वती के रूप में गौरी की प्रतिमा विभिन्न मोहल्लों के गौरा चौरा पर स्थापित की जाती है। यहां देर रात तक श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की और फिर विधि विधान के साथ इन प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान भगवान शंकर और माता पार्वती का विवाह रचाया गया। मान्यताओं के अनुसार इस विवाह के माध्यम से घर परिवार और समाज में खुशहाली आती है। शहर के कलरपारा क्षेत्र से निकली गौरी-गौरा विसर्जन यात्रा को लेकर यहां के श्रद्धालुओं ने बताया कि लगभग 105 वर्षों से यहां गौरी गौरा स्थापित की जा रही है। गांव और शहरों में प्राचीन परम्परा के अनुरूप गौरा-गौरी का यह लोक उत्सव प्रतिवर्ष वर्ष कार्तिक महीने की कृष्ण पक्ष की अमावस्या के बाद मनाया जाता है। राजनांदगांव शहर के जमातपारा, ब्राह्मण पारा, रामनगर, हमाल पारा, बसंतपुर सहित विभिन्न मोहल्ले से गौरी गौरा गीत के साथ विसर्जन यात्रा निकाली गई। इस दौरान कलश के साथ भगवान गौरा और माता गौरी को श्रद्धालुओं ने अपने सिर पर उठाया और भक्ति भाव के साथ विधि विधान से विसर्जन किया।