CG NEWS : कार्तिक मास दीपोत्सव के पश्चात मनाए जाने वाला पर्व गोवर्धन पूजा जिसे भारत के अलग-अलग राज्य में अलग-अलग नाम से पूजन किया जाता है। जिसे अन्नकूट पर्व भी कहा जाता है,आज शनिवार को बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर पर गोवर्धन पूजा पर्व भव्य रूप से बड़े ही श्रद्धा एवं विधि विधान से पूजा अर्चना किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। भगवान श्रीकृष्ण एवं गौ माता की पूजा अर्चना के पश्चात् खिचड़ी भोग प्रसाद के रूप में ग्रहण किया गया। गोवर्धन पूजा के संबंध में पंडित रोमित राज त्रिपाठी ने बताया कि आज के दिन भगवान श्री कृष्ण गोकुल वासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने के लिए गोवर्धन पर्वत को अपने उंगलियों उठाया था और गोकुल की रक्षा की थी ,पंडित ने बताया आज के दिन ग्वाले एक छड़ी नुमा लकड़ी का उपयोग नारियल फोड़ने के लिए किया करते हैं जिसे वे वर्ष पर तेल में भिगो के रखते हैं और एक प्रहार से नारियल फोड़ने का कार्य करते हैं जिसे केवल ग्वाले ही कर पाते हैं। वहीं आज लक्ष्मी नारायण मंदिर में इस अवसर पर गोबर से भगवान श्री कृष्णा की प्रतिमा बनाई गई थी जो अपने आप में बड़ी अद्भुत है।