विवाहित महिलाओं का पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखा जाने वाला महापर्व करवा चौथ इस बार कई अच्छे संयोग में आ रहा है। इस बार जहां करवा चौथ पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, वहीं शिवयोग, बुधादित्य योग, सप्तकीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग का भी निर्माण हो रहा है। ये सभी योग बहुत ही महत्वपूर्ण हैं और इस दिन की महत्ता और भी बढ़ाते हैं। खास तौर पर सुहागिनों के लिए यह करवा चौथ अखंड सौभाग्य देने वाला होगा। इस बार करवा चौथ कथा और पूजन का शुभ मुहूर्त 5ः34 बजे से शाम 6ः52 बजे तक है।
कौन से बन रहे हैं योग
करवा चौथ पर बुध के साथ सूर्य ग्रह भी विद्यमान होंगे, जो बुधादित्य योग बना रहे हैं। इस दिन शिवयोग के साथ ही सर्वार्थसिद्धि, सप्तकीर्ति, महादीर्घायु और सौख्य योग भी निर्मित होगा। चार नवंबर को प्रातः 3ः24 बजे से कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि सर्वार्थ सिद्धि योग एवं मृगशिरा नक्षत्र में चतुर्थी तिथि का समापन 5 नवंबर को प्रातः 5ः14 बजे होगा। 4 नवंबर को शाम 5ः34 बजे से शाम 6ः52 बजे तक करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त है। चंद्रोदय रात 8ः16 मिनट पर होगा।
करवा चौथ के दिन इस दिन मां पार्वती, भगवान शिव कार्तिकेय एवं गणेश सहित शिव परिवार का पूजन किया जाता है। मां पार्वती से सुहागिनें अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। इस दिन करवे में जल भरकर कथा सुनी जाती है। महिलाएं सुबह सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद व्रत खोलती हैं।
संजय चौधरी
श्री फलित ज्योतिष रायपुर
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