दिल्ली-NCR में आसमान में धुंध की चादर छाई हुई है. सुबह-सुबह सड़कों पर विजिबिलिटी जीरो रिकॉर्ड की जा रही है, जिससे ट्रैफिक भी सुस्त पड़ गया है. वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें सड़कों पर देखी जा सकती हैं. ये धुंध लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है.
read more; CM SAI DELHI VISIT: CM साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात, राज्य की विकास योजनाओं और नक्सल उन्मूलन पर की चर्चा
पिछले दो दिनों से दिल्ली-NCR में धुंध छाई हुई है. आज CPCB (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) ने AQI 400 पार जाने के बाद ग्रैप-3 लागू कर दिया है. वहीं बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली की आतिशी सरकार ने भी बड़ा कदम उठाया है. दिल्ली के सभी स्कूलों में प्राइमरी (कक्षा-5 तक) की फिजिकल क्लासेज बंद करने का ऐलान किया है. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के स्तर के कारण दिल्ली के सभी प्राथमिक विद्यालय में अगले निर्देश तक ऑनलाइन कक्षाएं चलेंगी. वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा कि यदि प्रदूषण को लेकर स्थिति और खराब हुई तो और सख्त नियम लागू किए जाएंगे. गोपाल राय ने अभी बिगड़ते हालात के लिए हवा की गति कम होने और तापमान में गिरावट को जिम्मेदार ठहराया. बता दें कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने बताया कि गुरुवार सुबह दिल्ली AQI 428 था, जो गंभीर श्रेणी में आता है. दिल्ली में बुधवार को देश में सर्वाधिक खराब AQI दर्ज किया गया था, जो इस मौसम में पहली बार गंभीर श्रेणी में पहुंचा था.
पटाखों और पराली से बढ़ा प्रदूषण!
दिल्ली में वैसे तो पूरे साल भर लोगों को प्रदूषण की मार झेलनी पड़ती है, लेकिन नवंबर आते-आते हालात और भी बद से बदतर हो जाते हैं. नवंबर की मखमली ठंड ते आसपास ही दिवाली का त्योहार होता है. दिल्ली में पटाखे बैन होने के बावजूद खूब दगाए जाते हैं. इस पर रोक नहीं लग पाती है. वहीं दूसरी तरफ हरियाणा और पंजाब में इसी मौसम में धान की कटाई भी जोरों पर रहती है. किसान धान की फसल लेकर पराली को खेत में ही जला देते हैं. ये दोनों कई फैक्टर्स के साथ आते हैं और नवंबर में दिल्ली को गैस चैंबर बना देते हैं.