सरिया। CG NEWS : कृषि विकास के लिए छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा के बीच किसानों का समागम हुआ। जिसमें एक दूसरे राज्य के किसान अपनी – अपनी समस्या एवं विकास के संदर्भ में विचार व्यक्त किया। जिसमें दोनों राज्यों के किसानों को कृषि कार्य एवं किसानों के हित में महत्वपूर्ण सुझाव सामने आए। सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सरिया तहसील मुख्यालय के किसान बड़ी संख्या में आज उड़ीसा के बरगढ़ जिला स्थित आमाभौना ब्लाक अंतर्गत महानदी के तट पर स्थित गोविंदपुर हीराकुड डैम परिक्षेत्र में आज दोनों राज्यों के बीच किसान समागम का कार्यक्रम संपन्न हुआ। जिसमें किसानों ने अपने अपने विचार रखते हुए कृषि एवं किसान उन्नति हेतु चर्चा की गई और संगठन को मजबूत बनाने पर दोनों राज्यों के किसानों ने बल दिया। वरिष्ठ कृषक मोहन पटेल के नेतृत्व में किसानों का समागम सम्पन्न हुआ।इस मौके पर उड़ीसा के लखनपुर गांव के सरपंच सत्या साहू एवं ग्राम रामखोल निवासी लक्ष्मण बारिक कृषक ने अपना विचार व्यक्त रखते हुए कहा कि किसान एकता व संगठन में ही किसान का विकास संभव है। आज कृषि के क्षेत्र में सरकार हर संभव मदद करने को तैयार है। जरूरत है तो स्थानीय प्रशासन मजबूत होना चाहिए । स्थानीय प्रशासन के द्वारा ही कृषि के क्षेत्र में बजट तैयार कर किसानों के हित में कार्य करने की बात पर जोर दिया। इस मौके पर सरिया के किसानों ने उड़ीसा के किसानों को श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। कृषक मोहन पटेल ने कहा कि किसानों के एकता को बल मिले। ताकि किसान एक संगठन के रूप में कार्य करते हुए कृषि कार्य को कर सके और देश को अनाज दे सकें। आज हीराकुड डैम परिक्षेत्र स्थित महानदी के तट पर आयोजित किसान समागम के के बाद किसानों ने हीराकुड डैम परिक्षेत्र का निरीक्षण किया और छत्तीसगढ़ क्षेत्र के प्रभावित ग्रामों का मूल्यांकन किया । इस दौरान वरिष्ठ कृषक मोहन पटेल ने कहा कि हीराकुद बांध के निर्माण के बाद उड़ीसा सहित छत्तीसगढ़ भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। और यहां के भी कई गांव जलमग्न हो गए हैं। हालांकि जलमग्न गांव के वशिंदो को अन्यत्र बसाहट करना पड़ा। उन्होंने एक गांव का जिक्र करते हुए कहा कि यहां के गोविंदपुर एक ऐसा गांव है । जहां के जगन्नाथ मंदिर के प्रतिमा को लोगों ने अपने बसाहट क्षेत्र में स्थापित किया है । आज भी हीराकुड डैम के पानी से छत्तीसगढ़ भी बुरी तरह से प्रभावित है । किसानों ने समागम समापन के बाद उड़ीसा के किसानों से छत्तीसगढ़ आगमन का न्योता देकर उनका आभार व्यक्त किया। किसान समागम अवसर पर बड़ी संख्या में दोनों राज्यों के किसान उपस्थित थे। सरिया किसान संघ के अध्यक्ष सत्यानंद प्रधान ने किसानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह का कार्यक्रम प्रतिवर्ष होना चाहिए । जहां किसानों ने ध्वनि मत से समर्थन देते हुए किसान समागम को अब जारी रखने का संकल्प लिया।